दोस्त की आखिरी इच्छा पूरी करने पॉकेट मनी बचाकर बच्चों को दिलवा रहे फ्री कोचिंग

इंदौर. मध्य प्रदेश इंदौर में कुछ दोस्त अपने मृत दोस्त की आखिरी इच्छा को पूरी करने के लिए बच्चों को फ्री कोचिंग दिलवा रहे हैं. इसके लिए वो अपनी पॉकेट मनी इकट्ठा कर टीचरों को पेमेंट देते हैं.
दरअसल, आठ साल पहले एक्सिडेंट में इंदौर निवासी मोहन मरमट नाम के छात्र की मौत हो गई थी. मोहन की हमेशा से ही इच्छा थी की वो बड़े होकर जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त पढ़ाई करवाए. लेकिन ऐसा होने से पहले ही उसकी जिन्दगी चली गई.
मोहन के जाने के बाद उसके सपने को पूरा करने का जिम्मा उठाया उसके दोस्तों ने. जिन्होंने मोहन सामाजिक सेवा संस्थान बनाई और अपनी पॉकेट मनी जोड़ना शुरू कर बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दिलवाना शुरू कर दिया.
देखते ही देखते और दोस्त इस नेक काम से जुड़ते गए और इनकी संख्या 50 तक पहुंच गई, सभी की उम्र 25 से 35 साल है. जिनमें से कुछ नौकरी तो कुछ अभी भी स्टूडेंट हैं.
इन सभी ने मिलकर मनी बैंक बनाया और उसमें रुपए जमा करना शुरू कर दिए. राशि बढ़ी तो और बच्चों को कोचिंग देने की पहल की गई.
इसके बाद क्षेत्र में ही विमल विद्या निकेतन के प्रबंधन ने नि:शुल्क जगह उपलब्ध करवाई. जिसके बाद इस फ्री कोचिंग का प्रचार किया गया. मुहिम काम आई और अब तक ये कोचिंग 5वीं से 12वीं क्लास के करीब 300 बच्चों को कोचिंग दिलवा चुकी है.
मोहन सामाजिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष विकास यादव ने बताया कि वर्तमान में उनके यहां करीब 80 छात्रों को फ्री कोचिंग दी जा रही है. जिन्हें पढ़ाने के लिए दो टीचर रखे गए हैं, जो राजाना 6 से 8 तक बच्चों को कोचिंग देते हैं. संस्थान के दोस्त जो पैसे इकट्ठा करते हैं उससे इन टीचरों को वेतन दिया जाता है.
विकास यादव का कहना है कि फिलहाल संस्थान की इस तरह की एक ही कोचिंग है लेकिन अब वो इसे शहर के अन्य क्षेत्रों में भी खोलेंगे. ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जा सके.