दो बच्चों को जिंदा जलाने का मामला : CBI टीम फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ पहुंची सुनपेड़
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: नई दिल्ली: हरियाणा के सुनपेड गांव में एक दलित परिवार के घर में आग लगाकर दो बच्चों की हत्या के मामले में सीबीआई टीम फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ गांव पहुंची।
दर्दनाक हत्याकांड के पीछे पुरानी रंजिश!
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि इस घटना को कोई ‘‘राजनीतिक या जातीय रंग’’ नहीं दिया जाना चाहिए। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक वाईपी सिंघल ने कहा है कि अभी तक की तफ्तीश के अनुसार इस दर्दनाक हत्याकांड के पीछे पुरानी रंजिश प्रतीत होती है।
बता दें कि कथित तौर पर उच्च जाति के लोगों ने दलितों के घरों में आग लगा दी थी, जिसमें ढाई साल के वैभव और 11 महीने की दिव्या की मौत हो गई थी। बच्चों की 28 वर्षीय मां भी 70 फीसदी जली हुई हालत में जिंदगी की जंग लड़ रही है। बच्चों के पिता भी कई जगह से झुलसे हुए हैं।
जितेंद्र की पत्नी रेखा का बयान
पुलिस ने दलित परिवार के मुखिया जितेंद्र की पत्नी रेखा का बयान ले रखा है, जिसमें उन्होंने एफ़आईआर में लिखी बातों की तस्दीक की है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोग बाहर से आए और उन्होंने पेट्रोल डालकर उनके घर में आग लगा दी। हालांकि जब उससे हमला करने वालों के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि इसकी जानकारी उसके पति को होगी। पुलिस ने इस बयान को सील बंद कर दिया है और ये अब सीबीआई को सौंपी जाएगी।
‘पुलिस कमिश्नर की लिखित गारंटी के बाद भी हुआ हमला’
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर ने जितेंद्र को उचित सुरक्षा देने का लिखित वादा किया था। इसके बावजूद यह घटना हुई। पिछले साल गांव में मोबाइल को लेकर हुए झगड़े के बाद सवर्ण जाति के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। तब दलित परिवार पर हत्या का आरोप लगा था। दलितों को डर था कि दबंग पूरी जाति से इसका बदला लेंगे। लिहाजा, कई दलित परिवार गांव छोड़कर चले गए थे, जिसमें जितेंद्र भी शामिल था। हालांकि एससी/एसटी आयोग में मामला जाने के बाद फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ने लिखित में कहा था कि जितेंद्र के घर के पास एक पुलिस जिप्सी, आधा दर्जन हथियारबंद जवान और दो बाइक सवार जवान तैनात रहेंगे। साथ ही एसएचओ मामले की निगरानी करेंगे। इस भरोसे के बाद ही जितेंद्र और उसका परिवार इसी वर्ष जनवरी में गांव में लौटा था।