ज्ञान भंडार

धनु राशि में चतुर्ग्रही योग बनने से चार राशियों को रहना होगा सावधान!

ज्योतिष : शास्त्रों में वर्णित है कि जब भी दो या दो से अधिक ग्रह एक ही राशि में प्रवेश करते हैं तो इस दौरान कई तरह की अप्रत्याशित घटनाएं होने लगती है। चतुर्ग्रही योग की वजह से प्राकृतिक आपदाएं भी आने की संभावना है। ग्रहों की ऐसी स्थिति से देश में अनचाही स्थितियां बन सकती हैं।
शास्त्र के अनुसार धनु राशि में इस समय गुरू, केतु, सूर्य और शनि हैं। इन ग्रहों के कारण चतुर्ग्रही योग बन रहा है। इससे पहले धनु राशि में शनि और केतु ही थे। फिर शुक्र के आने से चर्तुग्रही योग बन गया था। इसके बाद शुक्र राशि बदलकर मकर में चला गया, लेकिन बीते 16 दिसम्बर को सूर्य के वृश्चिक से धनु राशि में आ जाने से ये योग फिर से बन गया है। जो कि अगले महीने मकर संक्रांति तक बना रहेगा। धनु राशि में शत्रु ग्रहों के साथ होने से सूर्य पीड़ित हो गया है। इसके प्रभाव से प्रशासनिक और भाैगोलिक बड़े बदलाव होने की संभावना है। राहु-केतु के कारण बृहस्पति के भी पीड़ित होने से देश में धार्मिक और साम्प्रदायिक विवादों की स्थिति बनी रहेगी। धर्म और संप्रदायों से जुड़े बड़े फैसले हो सकते हैं।

शनि भी अपनी शत्रु राशि में स्थित है। शनि के कारण विवाद, झगड़े, तनाव, गलत काम, धन हानि, मेहनत और बीमारियां बढ़ने की संभावना है। राहु-केतु की स्थिति के कारण शनि के शुभ-अशुभ प्रभाव भी प्रबल हो जाएंगे। ज्योतिष में राहु-केतु को उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव कहा गया है। इसलिए इन ग्रहों के कारण बड़े मौसमी बदलाव होने की उम्मीद है।

Related Articles

Back to top button