धरती का अमृत कहे जाने वाले छाछ और दही का, भूल से भी नहीं करना चाहिए इन लोगो को सेवन
छाछ दूध , दही आदि हमारे पारम्परिक भोजन का हिस्सा हैं। ये सभी शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते है। छाछ फायदेमंद होती है लेकिन कब पीनी चाहिए , कैसे पीनी चाहिए, कितनी पीनी चाहिए ,किसको पीनी चाहिए और किसको नहीं पीनी चाहिए यह जानना भी बेहद जरुरी है अन्यथा छाछ जैसी गुणकारी चीज भी नुकसानदेह साबित हो सकती है। यहाँ दी गई जानकारी से हमारी इस शानदार विरासत के बारे में जानें और इस सर्वसुलभ अमृत तुल्य पेय का लाभ उठायें।
आपको यह जानकर हैरानी होगी की छाछ के बारे में हमारे शास्त्रों ऐसा वर्णन है की यदि कैलाश पर्वत पर यह होती तो भगवान शिवजी के गले का विष नष्ट हो जाता। बैकुंठ में होती तो भगवान विष्णु काले नहीं होते।देवलोक में होती तो इंद्र को भगन्दर नहीं होता , चाँद का क्षय नहीं होता और अग्नि में जलन नहीं होती। ये वर्णन छाछ का महत्त्व समझाने की दृष्टि से ही किये गए हैं।इस तरह से इस पवित्र अमृत समान छाछ के विषय में कहा गया है की इसमें विष नष्ट करने की शक्ति होती है।
गर्मी के दिनों में दूध से बने पदार्थो का सेवन करना फायदेमंद होता है| दूध शरीर की गर्मी दूर कर इसे ठंडक देता है| इसलिए इन दिनों लोग दही, छाछ, पनीर आदि का भरपूर सेवन करते है| वैसे तो दूध से बनने वाले सभी पदार्थ हमारे शरीर के लिए लाभप्रद होते है लेकिन उन सब में सबसे ज्यादा फायदेमंद छाछ होता है|
दरअसल दूध से बने अन्य पदार्थ जैसे की पनीर, घी आदि हमारे शरीर के लिए वसा की कमी को पूरा करते है| लेकिन जैसा की हम सभी जानते है की आजकल की जीवनशैली में हमारे पास व्यायाम के लिए समय नहीं है जिसके कारण इन चीज़ो से प्राप्त हुए वसा की खपत हमारा शरीर नहीं कर पाता है, जिसके चलते मोटापे की समस्या जन्म लेती है|
छाछ में विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन ए पाया जाता हैं| यह सभी विटामिन शरीर को पोषण देते है और उनकी जरूरतों को पूरा करते है। छाछ के सेवन से शरीर में मिनरल्स की कमी पूरी हो जाती है। यह स्वस्थ पोषक तत्वों जैसे लोहा, जस्ता, फास्फोरस और पोटेशियम से भी भरपूर होता है|
गर्मी की वजह से डीहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है इसलिये ऐसे में आपको छाछ का सेवन करना चाहिये। इससे कब्ज की समस्या भी दूर होती है। इसके अतिरिक्त यदि आपको एसिडिटी, सीना जलना या पेट से जुडी़ कोई अन्य समस्या भी हो तो छाछ पीजिये क्योंकि यह आसानी से हजम भी हो जाता है। गर्मियों में छाछ पीने का हर किसी का मन होता है क्योंकि इसका बॉडी पर कूलिंग इफैक्ट होता है। इसे पीने से पेट हल्का लगता है और ये डाइजेशन भी ठीक रखता है। गर्मी के मौसम में ताजगी और तरावट देने में इसके जैसा कोई पेय नहीं हो सकता।
इतना हेल्दी होने के बाद भी कुछ हेल्थ कंडीशन्स में और कुछ खास लोगों को छाछ पीना अवॉइड करना चाहिए।
आयुर्वेद एक्सपर्ट के अनुसार छाछ पीने से स्किन टाइट होती है और ड्राय भी तो ऐसे में जिसकी स्किन पहले से ही यंग और ड्राय हो उन्हें छाछपीने से बचना चाहिए वरना स्किन और भी खराब हो सकती है।
इसी तरह उन्होंने बताया कि छाछ एक साल से छोटे बच्चे को नहीं पिलाना चाहिए, उसके लिए नुकसान कर सकती है।