लखनऊ। शुक्रवार श्रावण की नागपंचमी शहर में धूमधाम से मनाई गयी। घरों से लेकर मंदिरों तक लोगों ने विशेष पूजा-अर्चना की। शाम को शहर में कई जगहों पर मेले का आयोजन हुआ और दंगल में पहलवानों ने अपने ताकत की जोर-अजमाइश की। बच्चों ने गुड़िया पीटने के बाद मेले में जाकर खूब मौजमस्ती की। महिलाओं ने व्रत रखकर प्रतीकात्मक रूप से घरों में धान का लावा और कच्चा दूध चढ़़ाया। मान्यता है कि भगवान शंकर के स्वरूप नागदेव इसके ग्रहण करते हैं। वहीं एक और किदवन्ती है कि पार्वती ने कुमारी कन्याओं को कामदेव से दूर रखने की भावना जागृत न हो इसका वरदान मांगा था इसलिए कुंवारी कन्याएं इस दिन प्रतीक स्वरूप गुड़िया बनाकर लड़कां के सामने उन्हें पीटने के लिए छोड़ देती हैं। गणेशगंज स्थित उस्ताद गिरधारी लाल पहलवान अखाड़े में राज्य स्तरीय विराट दंगल का आयोजन किया गया। इस दंगल मं आस-पास के जिलों के पहलवानों ने जोर-अजमाइश की। पहलावानों का उत्साह बढ़ाने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।