एजेन्सी/ भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रियल एस्टेट कंपनी आम्रपाली से अपना रिश्ता तोड़ लिया है। अब वह आम्रपाली के ब्रांड एंबेसडर नहीं रहे। कुछ दिनों से आम्रपाली के नोएडा हाउसिंग प्रोजेक्ट के नाराज ग्राहक सोशल मीडिया पर अभियान चला कर धोनी से कह रहे थे कि वह इस बिल्डर से अपने संबंध समाप्त कर लें।
आम्रपाली के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिल शर्मा ने कहा, ‘धोनी अब हमारे ब्रांड एंबेसडर नहीं हैं। मैं नहीं चाहता कि आम्रपाली से जुड़े होने के कारण उनकी छवि प्रभावित हो। यह निर्णय हमने और धोनी ने मिलकर लिया है।’
उल्लेखनीय है कि धोनी पिछले छह-सात साल से कंपनी के ब्रांड एंबेसडर थे। नोएडा स्थित आम्रपाली के सैफायर प्रोजेक्ट में रहने वालों की शिकायतें कुछ दिनों से ट्विटर पर वायरल हो रही थीं। इन ट्वीट में धोनी को टैग कर कहा गया था कि वह या तो खुद को बिल्डर से अलग कर लें या लंबित काम पूरा करवाना सुनिश्चित करें। शर्मा ने कहा कि अगले तीन महीने में कंपनी सभी लंबित काम पूरा करवा दे।
अब सीएम के हस्तक्षेप की मांग
इससे पहले धोनी ने मुंबई में इस हफ्ते कहा था कि वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में बिल्डरों को समस्या हो रहा है। हांलाकि, उन्होंने आम्रपाली से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, ‘चाहे स्थिति जो भी हो लेकिन जो वादा उन्होंने किया था मेरे ख्याल से उसे पूरा करने की जरूरत है।’ आम्रपाली के सीएमडी शर्मा ने भी कहा था कि फंड के अभाव और प्रॉपर्टी बाजार में सुस्ती के कारण उनके प्रोजेक्ट विलंबित हुए हैं।
नोएडा के सेक्टर-45 में आम्रपाली के सैफायर प्रोजेक्ट का पहला चरण 2009 में लांच हुआ था और यह पूरा हो गया है। यहां रहने वालों की शिकायत है कि एक हजार फ्लैट में से 800 में लोग रह रहे हैं लेकिन इसके कई टावर में सिविल और बिजली के काम अभी तक पूरे नहीं किए गए है।
धोनी के बाद अब यहां रहने वाले सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं।