उत्तर प्रदेश
नकली किन्नर बनने पर प्रतिदिन मिलते थे पांच सौ रूपये
असली किन्नरों के हाथों चढें पांच युवक 0 दो मौके से फरार तीनों की हुई जमकर धुनाई
मेरठ : महानगर में नकली किन्नरों की बाढ सी आ गई है। बस हो या ट्रेन या फिर कोई बाजार। हर कहीं ये किन्नर आपको रूपये की वसूली करते मिल जाएगे। इतना ही नहीं अगर आपके साथ घर की कोई महिला है तो ये उनके सामने आश्लील हरकते करने से भी बाज नहीं आते। मजबूरन आपको किन्नर को रूपये देने ही पडते हैं। बता दें किन्नरों के नाम पर वसूली करने वाले ये युवक असली किन्नर नहीं है। ये वो युवक हैं जो किन्नर बनकर बसो, रोडवेज स्टैंड, स्टेशन और टेनों के अलावा बाजारों में लोगों से रूपये की वसूली करते है। किन्नर के नाम पर लोगों को परेशान करने वाले इन युवको को मेरठ के असली किन्नरों ने आखिर तलाश ही लिया और फिर ऐसी खबर ली कि इन युवकों को सीधे हवालात के दर्शन ही नसीब हुए। किन्नरों ने तीन युवकों के किन्नरों के नाम पर वसूली करते हुए दबोच लिया। इस दौरान युवकों के गिरोह का संचालक मौके से फरार हो गया। वेदव्यासपुरी, बाईबास, रोहटा रोड के रिहायशी इलाके में बधाई लेने का काम मोहिनी, शकुंतला किन्नर का है। इन दोनों के हिस्से में यह पूरा इलाका आता है।
वेदव्यासपुरी में एक युवक के घर पुत्र होने पर बधाई वसूलने पांच किन्नर पहुंच गए। इन युवकों ने नाच-गाना किया और बधाई मांगने लगे। इन युवकों की सूचना असली किन्नर मोहिनी के मिल गई। वह अपने अन्य किन्नर साथियों के साथ मौके पर पहुंच गई और पांचों युवकों को पकडकर जमकर धुनाई की। किसी तरह से दो युवक मौके से फरार हो गए जिनमें एक गिरोह का संचालक था। किन्नरों ने युवकों के कपडे तक फाड डाले और सरेराह उनको बेइज्जत करते हुए थाने ले आए। थाने पर इन युवकों ने अपने नाम विनीत, नितिन और मनीष बताए हैं ये तीनों हापुड क्षेत्र के रहने वाले हैं। पकडे गए युवकों ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन पांच सौ रूपये दिहाडी पर किन्नर बनाकर ले जाया जाता था। फरार होने वाले युवकों के नाम विक्की और गुड्डू निवासी खरखौदा हैं। मोहिनी ने पांचों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। जिसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।