रायपुर।चुनाव प्रचार अभियान के क्रम में रविवार को छत्तीसगढ़ के सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के विश्रामपुर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार नक्सलियों का हौसला बुलंद कर रही है। विश्रामपुर के अयप्पा मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्भया फंड का एक पैसा तक खर्च नहीं किया है। पूरा का पूरा पैसा गबन कर डाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं। मोदी ने कहा ‘‘सोनिया जी और शहजादे कहते हैं कि इस बार केंद्र में फिर से यूपीए की सरकार बनाओ महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाएगा। मैं सोनिया जी को याद दिलाना चाहता हूं कि केंद्र में आपकी सरकार है। पूरे 6० वर्षों तक आपकी पार्टी ने राज किया है लेकिन आज तक महिलाओं का सम्मान नहीं हुआ है। महिलाओं को उनका पूरा हक नहीं दिया गया है।’’ मोदी ने महंगाई पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार ने पिछले चुनाव में 1०० दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था। उन्होंने महंगाई कम नहीं किया बल्कि उसे आसमान तक पहुंचाने में मदद जरूर की है। देश और प्रदेश की जनता महंगाई की मार झेलते आई है और अब केंद्र की वादाखिलाफ सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए जनता आतुर नजर आ रही है। उन्होंने नक्सलवाद पर केंद्र सरकार को कोसते हुए कहा कि केंद्र सरकार माओवाद के खिलाफ कोई कठोर नीति नहीं बनाई है बल्कि माओवादियों के हौसले को बुलंद करने की कोशिश की है। उनके खिलाफ लड़ाई लड़ने की कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई है। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सली बम बंदूक और पिस्टल छोड़कर देश की धरती को हरियाली नहीं दे सकते बल्कि एक किसान का हल ही इस धरती को हरियाली दे सकता है। उन्होंने जनता से कहा ‘‘आइए हम सब मिलकर इस धरती को हरी-भरी बनाएं।’’ गुजरात के वड़ोदरा और उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी काशी से पार्टी के उम्मीदवार मोदी ने कहा कि अब भाग्य को बदलने युवाओं के भविष्य को बदलने और देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने का समय आ गया है। देश महंगाई की मार झेलता आ रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जुमले उधार लेते हुए उन्होंने कहा कि देश को टुकड़े-टुकड़े करने वाला नहीं चाहिए देश के लोगों को आपस में लड़ाने वाला नहीं चाहिए बल्कि देश को विकास की राह पर ले जाने वाला चाहिए देश को समृद्धशाली बनाने वाला चाहिए।