ज्ञान भंडार
नक्सलियों ने NMDC माइंस में किया ब्लास्ट
एजेंसी/ रायपुर/दंतेवाड़ा.दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 42 किलोमीटर दूर बचेली में स्थित नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएमडीसी) के आयरन ओर (लौह अयस्क) खदान में लगे कन्वेयर बेल्ट में नक्सलियों ने देर रात ब्लास्ट कर दिया। कन्वेयर बेल्ट जल जाने से आयरन ओर की ढुलाई रुकी हुई है।
– खदान के 10/11 डिपॉजिट में लगे कन्वेयर बेल्ट में रात करीब दो बजे ब्लास्ट कर उसे उड़ाने की कोशिश की गई।
– खदान प्रबंधन के मुताबिक नक्सलियों की मंशा बड़ा ब्लास्ट करने की थी, लेकिन कन्वेयर बेल्ट में सिर्फ आग लग पाई।
– ब्लास्ट के तत्काल बाद वहां तैनात सीआईएसएफ की टीमें दमकल के साथ पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया।
– खदान पर नक्सलियों के छोटे-मोटे हमले होते रहते हैं, लेकिन कन्वेयर बेल्ट को उन्होंने पहली बार उड़ाने की कोशिश की।
– बेल्ट ठीक करने में दो-तीन दिन लगेंगे, उस दौरान खनिज की ढुलाई प्रभावित रहेगी।
– खदान के 10/11 डिपॉजिट में लगे कन्वेयर बेल्ट में रात करीब दो बजे ब्लास्ट कर उसे उड़ाने की कोशिश की गई।
– खदान प्रबंधन के मुताबिक नक्सलियों की मंशा बड़ा ब्लास्ट करने की थी, लेकिन कन्वेयर बेल्ट में सिर्फ आग लग पाई।
– ब्लास्ट के तत्काल बाद वहां तैनात सीआईएसएफ की टीमें दमकल के साथ पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया।
– खदान पर नक्सलियों के छोटे-मोटे हमले होते रहते हैं, लेकिन कन्वेयर बेल्ट को उन्होंने पहली बार उड़ाने की कोशिश की।
– बेल्ट ठीक करने में दो-तीन दिन लगेंगे, उस दौरान खनिज की ढुलाई प्रभावित रहेगी।
घोर नक्सल इलाका
– पूरा बस्तर क्षेत्र ही नक्सल प्रभावित है। बचेली दंतेवाड़ा जिले में जंगलों के बीच स्थित है।
– यहां की पहाड़ियों पर स्थित खदानों से आयरन ओर निकालकर कन्वेयर बेल्ट के जरिए स्क्रीनिंग प्लांट्स में उतारा जाता है।
– वहां से उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ट्रेन व ट्रकों के जरिए देश के अलग-अलग स्टील प्लांट्स में भेजा जाता है।
– इलाके में नक्सलियों का खतरा हमेशा बना रहता है। मालवाहक ट्रेनों में आरपीएफ के जवान तैनात तो रहते हैं लेकिन बिना हथियार के।
– हालांकि, खदानों की सुरक्षा में केंद्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान तैनात रहते हैं।
– पूरा बस्तर क्षेत्र ही नक्सल प्रभावित है। बचेली दंतेवाड़ा जिले में जंगलों के बीच स्थित है।
– यहां की पहाड़ियों पर स्थित खदानों से आयरन ओर निकालकर कन्वेयर बेल्ट के जरिए स्क्रीनिंग प्लांट्स में उतारा जाता है।
– वहां से उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ट्रेन व ट्रकों के जरिए देश के अलग-अलग स्टील प्लांट्स में भेजा जाता है।
– इलाके में नक्सलियों का खतरा हमेशा बना रहता है। मालवाहक ट्रेनों में आरपीएफ के जवान तैनात तो रहते हैं लेकिन बिना हथियार के।
– हालांकि, खदानों की सुरक्षा में केंद्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान तैनात रहते हैं।