नई दिल्ली : एम वेंकैया नायडू ने उम्मीद जताई है कि नयी शिक्षा नीति तैयार करते समय सरकार दिव्यांगों के बारे में यूनेस्को की रिपोर्ट को ध्यान में रखेगी। श्री नायडू ने यूनेस्को के निदेशक एरिक फाल्ट के नेतृत्व में उनसे मिलने आये एक प्रतिनिधि मंडल को यह बात कही। श्री फाल्ट ने श्री नायडू को यूनेस्को की दिव्यांगों की शिक्षा के बारे में भारत की स्थिति पर रिपोर्ट पेश की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यूनेस्को की रिपोर्ट सही वक्त पर आई है। श्री फाल्ट ने यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों का एक मानचित्र भी श्री नायडू को सौंपा। गौरतलब है कि गत दिनों जयपुर को यूनेस्को के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है। भारत में नयी शिक्षा नीति तैयार की जा रही है। इस रिपोर्ट से नयी शिक्षा नीति को तैयार करते समय मदद मिलेगी। सरकार इस रिपोर्ट के सुझाव को ध्यान में रखते हुए नीति तैयार करे। उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा को समावेशी बनाया जा रहा है और दिव्यांग छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की श्रेष्ठ शिक्षा नीतियों और परंपराओं को अपनाता रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि सरकार नयी शिक्षा नीति बनाते समय शिक्षा में समानता लाएगी और दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखेगी। यूनेस्को की इस रिपोर्ट में दिव्यांगों के लिए 10 सुझाव दिए गए हैं।