नरेंद्र मोदी, बराक ओबामा कैसे शुरू करते हैं अपना दिन
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में शुमार। ऐसे में इनके दिन की इनके लिए एक अलग ही अहमितयत होती है। सिर्फ ओबामा या मोदी ही क्यों माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स, फेसबुक फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग या फिर ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरुन हों, सबके लिए एक दिन यानी 24 घंटों की अलग-अलग मायने है।
इतने समय में इन्हें किसी देश के साथ रणनीति तैयार करन होती है तो कभी कंपनी को नंबर वन बनाकर रखने के लिए मीटिंग्स करनी पड़ती है। 24 घंटों की सफलता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आखिर इनका दिन कैसे शुरू होता है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर राष्ट्रपति ओबामा से लेकर ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरुन और फेसबुक फाउंडर जैसे सफल लोगों के दिन की शुरुआत कैसे होती है।
सबह चार बजे उठते हैं नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह चार बजे उठते हैं और सबसे पहले वह सूर्य नमस्कार करते हैं। इसके बाद योगा और फिर सुबह आठ बजे तक नाश्ता। पीएम मोदी ठीक सुबह नौ बजे ऑफिस पहुंचते हैं।
जिम से शुरू होता है ओबामा का दिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सुबह 6:45 बजे उठते हैं। इसके बाद वह जिम जाते हैं। यहां पर कार्डियो और वेट्स के साथ करीब दो घंटे वह जिम में बिताते हैं। इसके बाद फैमिली के साथ नाश्ता और फिर वह अपने ओवल ऑफिस के लिए रवाना होते हैं।
कैमरुन को सुबह टीवी नहीं पसंद ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरुन सुबह छह बजे उठते हैं। वह जिम नहीं जाते हैं लेकिन सुबह सबसे पहले उठकर न्यूजपेपर्स पढ़ते हैं। ठीक आठ बजे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नाश्ता करते हैं। उन्हें इस बात से सख्त नफरत है कि सुबह उनके घर में टीवी ऑन हो।
दिमाग की कसरत करते बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स सबसे पहले एक घंटे जिम में बिताते हैं। कार्डियो करते-करते वह इंस्ट्रक्शनल वीडियोज को देखते है।
सबसे पहले ऑफिस के लिए कपड़े फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग भले ही एक ही रंग के कपड़े पहनते हों लेकिन यह भी उनके लिए काफी चैलेजिंग काम लगता है। मार्क सुबह उठने के बाद सबसे पहले अपने कपड़ों की अलमारी के पास जाते हैं। फिर वह ऑफिस पहनने जाने के लिए अपने कपड़ों को निकालते हैं।
खुद से बात करते थे जॉब्स एप्पल के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स की सुबह उन्हें खुद को मोटिवेशनल स्पीच देने के साथ शुरू होती थी। वह सबसे पहले आइने के सामने खड़े होते थे और कुछ देर तक खुद से बाते करते थे।