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नवरात्रि: दुर्गा सप्तशती के इन मंत्रों का करें जाप, मिलेगा सौभाग्य…

मां दुर्गा की आराधना का पावन पर्व शारदीय नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के कुछ मंत्रों के जाप से आप सौभाग्य, शक्ति और आरोग्य प्राप्त कर सकते हैं। अपने कल्याण के साथ ही साथ जग कल्याण भी कर सकते हैं। दुर्गा सप्तशती में 13 अध्यायों के अलावा कुछ सिद्ध सम्पुट मंत्र दिए गए हैं, जो मानव कल्याण के लिए हैं। आप मां दुर्गा की आराधना के समय इन मंत्रों का जाप करके अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं।

दुर्गा सप्तशती के अंत में कुल 30 सिद्ध सम्पुट मंत्र दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक मनोकामना के लिए एक अलग मंत्र निर्धारित है। आप पूजा के दौरान इस मंत्र का शुद्ध उच्चारण करके शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ मंत्रों के बारे में –

1. आरोग्य एवं सौभाग्य की प्राप्ति का मंत्र

देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।

रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।

2. रक्षा पाने के लिए मंत्र

शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।

घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च।।

3. सब प्रकार के कल्याण के लिए मंत्र

सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।

शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोस्तु ते।।

4. शक्ति प्राप्ति के लिए

सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्तिभूते सनातनि।

गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तु ते।।

5. प्रसन्नता प्राप्ति के लिए

प्रणतानां प्रसीद त्वं देवि विश्वार्तिहारिणि।

त्रैलोक्यवासिनामीड्ये लोकानां वरदा भव।।

6. रोग नाश के लिए मंत्र

रोगानशेषानपहंसि तुष्टा

रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।

त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां

त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।

7. स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति के लिए मंत्र

सर्वभूता यदा देवी स्वर्गमुक्तिप्रदायिनी।

त्वं स्तुता स्तुतये का वा भवन्तु परमोक्तय:।।

8. विपत्ति नाश और शुभ की प्राप्ति के लिए मंत्र

करोतु सा न: शुभहेतुरीश्वरी

शुभानि भद्राण्यभिहन्तु चापद:।

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