अद्धयात्म
नवरात्र आज से: घोड़े पर सवार होकर आ रहीं माता रानी, नौ रूपों की होगी पूजा


घोड़े पर आ रहीं मातारानी:
प्रतिपदा तिथि पर मातारानी का आगमन ग्रह-नक्षत्रों की अस्थिर चाल के बीच घोड़े पर हो रहा है। ज्योतिष पं. प्रियशरण त्रिपाठी का कहना है कि इससे पहले जब माता का आगमन घोड़े पर हुआ था तब से देश में राजनीति के प्रति लोगों का विश्वास उठा है। धार्मिक समरसता पर भी प्रभाव पड़ा है। ऐसे में सभी को मातारानी की पूरे नौ दिन तक तल्लीनता के साथ भक्ति करनी चाहिए ताकि उनकी कृपा दृष्टि हम सब पर बनी रहे।
प्रतिपदा तिथि पर मातारानी का आगमन ग्रह-नक्षत्रों की अस्थिर चाल के बीच घोड़े पर हो रहा है। ज्योतिष पं. प्रियशरण त्रिपाठी का कहना है कि इससे पहले जब माता का आगमन घोड़े पर हुआ था तब से देश में राजनीति के प्रति लोगों का विश्वास उठा है। धार्मिक समरसता पर भी प्रभाव पड़ा है। ऐसे में सभी को मातारानी की पूरे नौ दिन तक तल्लीनता के साथ भक्ति करनी चाहिए ताकि उनकी कृपा दृष्टि हम सब पर बनी रहे।
इस बार दस दिन का नवरात्र
मंदिरों में आज ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाएंगे। इसके बाद आने वाले नौ दिनों तक शहर के भक्त शक्ति की भक्ति में डूब जाएंगे। आमतौर पर नवरात्रि आठ या नौ दिन की होती है, लेकिन इस साल यह दसवें दिन तक रहेगी। यानि नवमी तिथि का समापन दशहरे के दिन होगा। पं. त्रिपाठी ने कहा कि तिथियों और नवरात्र के दिन को लेकर किसी भी तरह की असमंजस की स्थिति में न रहें। इस साल प्रतिपदा तिथि दो दिनों तक है इसलिए नवमी दशहरे के दिन तक है। अष्टमी और नवमी का हवन 21 अक्टूबर को होगा और 22 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर नवमी तिथि का समापन हो जाएगा। इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
मंदिरों में आज ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाएंगे। इसके बाद आने वाले नौ दिनों तक शहर के भक्त शक्ति की भक्ति में डूब जाएंगे। आमतौर पर नवरात्रि आठ या नौ दिन की होती है, लेकिन इस साल यह दसवें दिन तक रहेगी। यानि नवमी तिथि का समापन दशहरे के दिन होगा। पं. त्रिपाठी ने कहा कि तिथियों और नवरात्र के दिन को लेकर किसी भी तरह की असमंजस की स्थिति में न रहें। इस साल प्रतिपदा तिथि दो दिनों तक है इसलिए नवमी दशहरे के दिन तक है। अष्टमी और नवमी का हवन 21 अक्टूबर को होगा और 22 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर नवमी तिथि का समापन हो जाएगा। इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
गाजे-बाजे के साथ पंडालों तक पहुंची माता-रानी:
दुर्गा उत्सव समितियों ने इस साल नवरात्र को खास बनाने के लिए विशेष तैयारियां कर रखी हैं। देश और प्रदेश के बड़े मंदिरों की झांकी के रूप में पंडाल तैयार किए गए हैं। माना, डब्ल्यूआरएस कॉलोनी, तेलीबांधा, आरकेसी के सामने, स्टेशन रोड समेत कई जगहों पर पर विविध धार्मिक थीम पर माता के लिए पंडाल सजाया गया है। माता-की प्रतिमाओं को दुर्गा पंडालों तक लाने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। गाजे-बाजे के साथ माता के भक्त प्रतिमाओं को लेकर पहुंचते रहे।
दुर्गा उत्सव समितियों ने इस साल नवरात्र को खास बनाने के लिए विशेष तैयारियां कर रखी हैं। देश और प्रदेश के बड़े मंदिरों की झांकी के रूप में पंडाल तैयार किए गए हैं। माना, डब्ल्यूआरएस कॉलोनी, तेलीबांधा, आरकेसी के सामने, स्टेशन रोड समेत कई जगहों पर पर विविध धार्मिक थीम पर माता के लिए पंडाल सजाया गया है। माता-की प्रतिमाओं को दुर्गा पंडालों तक लाने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। गाजे-बाजे के साथ माता के भक्त प्रतिमाओं को लेकर पहुंचते रहे।