अद्धयात्म
नवरात्र के दूसरे दिन ऐसे करें मां ब्रह्मचारिणी की अराधना
7 अप्रैल नवरात्र का दूसरा दिन है. इस दिन देवी दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की उपासना की जाती है. देवी दुर्गा के हर नौ स्वरूपों को अलग-अलग चीजों का भोग लगाया जाता है.
मां ब्रह्मचारिणी को माता पार्वती का रूप माना जाता है. मातारानी को को चीनी, मिश्री और पंचामृत का भोग लगाया जाता है. देवी को इस दिन पान-सुपाड़ी भी चढ़ाई जाती है.
मां ब्रह्मचारिणी को माता पार्वती का रूप माना जाता है. मातारानी को को चीनी, मिश्री और पंचामृत का भोग लगाया जाता है. देवी को इस दिन पान-सुपाड़ी भी चढ़ाई जाती है.
ऐसी मान्यता है कि सती होने के बाद उन्होंने इसी रूप में भगवान शिव को दोबारा पति रूप में पाया था. कमंडलधारिणी मां को चीनी और पंचामृत का भोग लागाया जाता है, इससे परिवार में अकाल मृत्यु की संभावना खत्म हो जाती है.
ऐसी हो आपकी फलाहारी थाली:
दूसरे दिन के व्रत में शाम को अपनी फलाहारी थाली में अलग-अलग तरह के पकवानों से सजी थाली का आनंद ले सकते हैं. इसमें सिंघाड़े की पूरियां, दही भल्ले, फ्रूटी-श्रीखंड, खीर, अंगूर की सब्जी, शामिल कर सकते हैं.
देवी ब्रह्मचारिणी को पंचामृत का प्रसाद चढ़ाया जाता है तो आप भी अपनी फलाहार की थाली में पंचामृत रख सकते हैं. मीठे दाने में चीनी या मिश्री का भोग लगाना फलदायी माना जाता है.