अद्धयात्म
नवरात्र के दौरान महिलाएं भूलकर भी न करें ये 5 काम

नवरात्र के शुभ दिन 06 अप्रैल 2019 से शुरू होने वाले हैं। सकारात्मकता और ऊर्जा से भरे इन दिनों में देवी मां की पूजा पुरे विधि विधान और श्रद्धा से करनी चाहिए। पूजा को लेकर कुछ नियम कानून बनाए गए हैं जिनका विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे में माता की कृपा पाने के लिए महिलाओं के लिए इन दिनों कुछ खास नियम बताए गए हैं। जिनका पालन न करने पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जानिए क्या हैं वो खास नियम।
सबसे पहला नियम है कि कलश स्थापना के बाद कभी भी अपने घर को खाली न छोड़े।

मां के इन नौ दिनों में साफ मन से सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। इस दौरान नॉनवेज, लहसुन और प्याज का सेवन बिल्कुल न करें।
विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि व्रत रखने वाले व्यक्ति को दिन के समय बिल्कुल नहीं सोना चाहिए।
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को माता रानी का पूजन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि महिलाओं के लिए मासिक धर्म के सात दिन तक पूजन करना वर्जित होता है।
व्रत रखने वाले भक्तों को इस दौरान शारिरीक संबंध बनाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से व्रत का फल नहीं मिलता है।
क्या करें-
-व्रत में कुट्टु का आटा, सिंघाडे का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, आलू, मेवे खा सकते हैं।
-तुलसी, चंदन और रूद्राक्ष की मालाओं का उपयोग माता का जप करने के लिए करें।
-नौ देवियों के अनुसार उन्हें भोग लगाने और पुष्प अर्पित करने से माता प्रसन्न होती है।
-व्रत में कुट्टु का आटा, सिंघाडे का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, आलू, मेवे खा सकते हैं।
-तुलसी, चंदन और रूद्राक्ष की मालाओं का उपयोग माता का जप करने के लिए करें।
-नौ देवियों के अनुसार उन्हें भोग लगाने और पुष्प अर्पित करने से माता प्रसन्न होती है।