नहाने के तुरंत बाद रामायण की 5 बार पढ़ ले ये चौपाई, जिंदगी का हर सपना होगा पूरा
आज हम आपको रामायण की उन चौपाइयो के बारे में बताने वाले है जिनको की नहाने के बाद आपको 5 बार पढना है इतने मात्र से आपके सभी कष्ट दूर हो जायेगे ,आप लोग हिन्दु धर्म में रामायण या रामचरित मानस के बारे में तो जानते होगें रामायण हमारे जीवन जीने की सही दिशा को दर्शाता है। रामायण जिन्दगी के हर पल में हमे जीवन को आदर्श और धर्म के अनुसार जीने के लिए प्रेरित करती है,इसमें हमें जीवन जीने के मूल मंत्रो के बारे में भी बताया गया है आज हम आपको रामायण की उस चौपाई के बारे में बताने वाले हैं जिसको नहाने के बाद आपको 5 बार बोलना है इतने से आपकी किस्मत खुल जाएगी और आपको कई बड़े लाभ मिलेंगे इस चौपाई के बारे में हम आपको नीचे बता रहे है !
जैसा की हम सभी जानते है की रामायण में हमारे आदर्श प्रभु श्री राम की जीवन कथा लिखी है रामायण में जीवन की सच्चाई बताई गयी है साथ ही इसका अध्ययन करने वाला हमेशा ही सफलता के नए मुकाम हासिल करता है और जीवन खुशियों से भर जाता है ,रामायण में राम की कथा का विस्तृत वर्णन मिलता है और हमारे ज्योतिष के जानकार बताते है की रामायण की कुछ ऐसी चौपाई है जिनका जाप करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते है और प्रभु श्री राम की कृपा प्राप्त होती है,जीवन में सुख और सफलता को प्राप्त करने के लिए हम लोग घरो में रामायण का पाठ कराते है जिससे हमारे घर परिवार पर राम जी की विशेष कृपा होती है ,रामायण की आज हम आपको ऐसी चौपाई बताने वाले है जिसका जाप आपको नहाने के बाद करना है इसका जाप करने से आपके जीवन में हमेशा ही शुभ ही शुभ होगा इस चौपाई को हम नीचे दे रहे है !
जो प्रभु दीनदयाला कहावा। आरति हरन बेद जस गाबा।।
जपहि नामु जन आरत भारी।मिटहि कुसंकट होंहि सुखारि।।
दीनदयाल बिरद संभारी।हरहु नाथ मम संकट भारी।।