एजेन्सी/ नई दिल्ली: एक तरफ देश का बड़ा हिस्सा पानी के संकट से गुजर रहा है और सूखे ने किसानों की रीढ़ तोड़ दी है, लेकिन नेता हैं कि इस पर राजनीति करने से नहीं चूक रहे।
हर दिन 10 लाख लीटर पानी देने का दिया था प्रस्ताव
ताजा विवाद महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाके के लिए पानी भेजने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को लेकर है। जिस तेजी से केजरीवाल ने लातूर के लिए हर दिन दिल्ली की तरफ से दस लाख लीटर पानी भेजने का प्रस्ताव दिया उतनी ही तेजी से महाराष्ट्र ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा भी दिया।
महाराष्ट्र ने कहा, किसी दूसरे राज्य की जरूरत नहीं
महाराष्ट्र के सिंचाई मंत्री ने कहा है कि लातूर की जरूरत को पूरा करने के लिए राज्य के पास समुचित व्यवस्था है और फिलहाल किसी दूसरे राज्य की मदद की जरूरत नहीं है।
केजरीवाल ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को ट्रेन मुहैया कराने के लिए चिट्ठी भी लिख दी। ऐसे में सवाल यह है कि दिल्ली जो खुद पानी संकट से हर साल दो-चार होती है, वहां का संकट सुलझाने के लिए क्या केजरीवाल पानी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।
सीएम केजरीवाल ने किए थे ट्वीट
केजरीवाल ने ट्वीट किया था कि लातूर में पानी की काफी दिक्कत है। हम सबको सहायता करनी चाहिए। क्या सभी दिल्लीवासी तैयार हैं, हर दिन कुछ पानी को बचाएं और लातूर के अपने लोगों को भेजें? लातूर के भाई-बहनों के लिए दिल्ली करीब 10 लाख लीटर पानी 2 महीने के लिए हर रोज देने को तैयार है।
आइये जानते हैं कि दिल्ली के कौन-से इलाके हैं, जहां पानी संकट बना हुआ है।
उत्तरी दिल्ली : पहाड़गंज, सदर बाज़ार, नरेला, बुराड़ी
दक्षिणी दिल्ली : संगम विहार, तुग़लकाबाद, देवली, जामिया, मुनिरका
पूर्वी दिल्ली : शाहदरा, दिलशाद गार्डन, करावल नगर, भजनपुरा
पश्चिमी दिल्ली : द्वारका, राजा गार्डन, नजफगढ़, पालम