नागपुर टेस्ट : टीम इंडिया सीरीज जीत से 6 विकेट दूर, दक्षिण अफ्रीका का संघर्ष जारी
इससे पहले टीम इंडिया अपनी दूसरी पारी में 173 रन पर ऑलआउट हो गई। गौरतलब है कि भारत में अब तक कोई भी टीम चौथी पारी में 300 रन बनाकर मैच नहीं जीत सकी है। वहीं इस टेस्ट में भारत में एक दिन में सबसे अधिक और पहले दो दिन में सबसे अधिक विकेट गिरने के रिकॉर्ड की बराबरी भी हो गई।
दूसरे दिन का खेल : अश्विन ने 14वीं बार एक पारी में लिए 5 विकेट
दूसरा दिन भी गेंदबाजों के नाम रहा। खासतौर से स्पिन गेंदबाजों के। इस बीच इस मैच में विकेट गिरने के दो ऐतिहासिक रिकॉर्ड की बराबरी हो गई। वहींऑफ स्पिनर आर अश्विन ने टेस्ट करियर में एक पारी में 14वीं बार 5 विकेट हासिल कर लिए।
एक दिन में गिरे 20 विकेट
यदि दूसरे दिन के खेल पर नजर डाली जाए, तो दिनभर में कुल 20 विकेट गिरे, वहीं कुल 273 रन बने। इससे पहले साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई टेस्ट में एक दिन में 20 विकेट गिरे थे। यह भारत में एक दिन में सबसे अधिक विकेट गिरने का रिकॉर्ड है।
पहले दो दिन में 32 विकेट का रिकॉर्ड
नागपुर टेस्ट के पहले दो दिन में कुल 32 विकेट गिरे। ऐसा क्रिकेट इतिहास में तीसरी बार हुआ है। इससे पहले 2007 में पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए टेस्ट मैच में ऐसा हुआ था। पहली बार यह रिकॉर्ड 1912 में बना था।
दूसरी पारी में टीम इंडिया को पहली सफलता आर अश्विन ने दिलाई। वहीं दक्षिण अफ्रीका की ओर से लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने 5 और तेज गेंदबाज मॉर्ने मॉर्कल ने 3 विकेट लिए, जबकि साइमन हार्मर और डेपी डुमिनी को एक-एक विकेट मिला।
दूसरी पारी में भी टीम इंडिया की फिर वही कहानी
दक्षिण अफ्रीका के बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज भी स्पिन विकेट पर संघर्ष करते नजर आए। पहली पारी की तरह ही ‘तू चल मैं आया’ तर्ज पर एक के बाद एक विकेट गिरते गए। चेतेश्वर पुजारा (31) और शिखर धवन (39) के अलावा कोई भी बल्लेबाज नहीं टिका। रोहित शर्मा (23), विराट कोहली (16), अजिंक्य रहाणे (9), रिद्धिमान साहा (7) और रवींद्र जडेजा (5) का निजी स्कोर देखकर आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारी बल्लेबाजी का स्तर कैसा रहा। वो तो भला हो, दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों और उनके स्पिनरों का जो हमसे भी खराब खेल रहे हैं, अन्यथा स्थिति कुछ और होती।
भारत के खिलाफ द. अफ्रीका का सबसे कम स्कोर
टीम इंडिया के पहली पारी के 215 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज घूमती गेंदों के आगे असहाय नजर आए और समर्पण कर बैठे। उनकी पूरी टीम दूसरे दिन महज 79 रन पर ऑलआउट हो गई। इस प्रकार इंडिया को पहली पारी में 136 रन की बढ़त हासिल हुई। 79 रन दक्षिण अफ्रीकी टीम का भारत के खिलाफ अब तक का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले साल 2006 में दक्षिण अफ्रीका की टीम अपने ही देश में खेले गए जोहानिसबर्ग टेस्ट में 84 रन पर ढेर हो गई थी, वहीं भारतीय धरती पर यह किसी भी विदेशी टीम का सबसे कम स्कोर भी है।
नागपुर टेस्ट के दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 12 रन पर ही 5 विकेट खो दिए थे। सूखी और धूलभरी पिच पर भारतीय फिरकी गेंदबाजों के सामने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज नाचते हुए नजर आए। हालांकि जेपी डुमिनी (35) जरूर कुछ संघर्ष करते हुए दिखे, लेकिन वे भी स्पिन गेंदों के सामने पूरी क्रीज पर नाचते रहे और अंत में विकेट गंवा बैठे। दक्षिण अफ्रीका के 8 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। डुमिनी टॉप स्कोरर रहे।
अश्विन-जडेजा ने निपटाया
दूसरे दिन की शुरुआत में ही आर अश्विन ने अपने पहले दो ओवर में डीन एल्गर (7) और हाशिम अमला (1) को आउट करके दक्षिण अफ्रीका को जोरदार झटके दिए। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने खतरनाक माने जाने वाले एबी डिविलियर्स को शून्य के स्कोर पर अपनी ही गेंद पर कैच करके पैवेलियन भेज दिया। इसके बाद जडेजा ने फॉफ डु प्लेसिस और डेन विलास को भी चलता कर दिया। अश्विन ने 16.1 ओवर में 32 रन देकर 5 विकेट हासिल किए, जिसमें 6 मेडन रहे। जडेजा ने 12 ओवर फेंके, जिनमें 33 रन देकर 4 विकेट झटके। लेगी अमित मिश्रा को एक विकेट मिला।
पहले दिन के खेल का अपडेट : गेंदबाजों के नाम रहा दिन
पहले दिन भारत को पहली सफलता ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने दिलाई। उन्होंने वान जिल को स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद रवींद्र जडेजा ने नाइट वॉचमैन इमरान ताहिर को 4 रन पर बोल्ड कर दिया।
हार्मर ने लिए 4 विकेट
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया पहली पारी में 215 रन पर ऑलआउट हो गई। स्पिन फ्रेंडली विकेट होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के पेसर मॉर्ने मॉर्कल ने भारतीय बल्लेबाजों को अपनी तेजी से परेशान किया और 3 खिलाड़ियों को पैवेलियन लौटाया, जबकि साइमन हार्मर को 4 विकेट और कागिसो रबाडा, डीन एल्गर और इमरान ताहिर को एक-एक सफलता मिली।
फिफ्टी पार्टनरशिप के बाद ‘तू चल मैं आया’ वाली बैटिंग
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी रही और दोनों ओपनरों ने संभलकर खेलते हुए सधी हुई बल्लेबाजी की। हालांकि शिखर धवन एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए। आउट होने से पहले उन्होंने विजय के साथ 50 रन की साझेदारी की। धवन के आउट होने के कुछ ही देर बाद मुरली विजय भी चलते बने। उन्हें तेज गेंदबाज मॉर्ने मॉर्कल ने 40 के निजी स्कोर पर पगबाधा आउट किया। मुरली विजय अपनी आखिरी 10 टेस्ट पारियों में 6 बार पगबाधा आउट हो चुके हैं। इंडिया को 94 के स्कोर पर तीसरा झटका लगा, जब चेतेश्वर पुजारा 21 रन पर साइमन हार्मर की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए।
सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से आगे है। बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट में पहले दिन के बाद बारिश के कारण कोई खेल नहीं हो सका था, जबकि मोहाली में पहला टेस्ट तीन दिन के भीतर खत्म हो गया था।