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नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ 18 की मौत, हिंसा के जिम्मेदार लोगों को नोटिस

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या 18 तक पहुंच गई है। वहीं उत्तर प्रदेश में घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 हो गया है। इसमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं। लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को योगी सरकार नोटिस देकर उनसे जुर्माना वसूल रही है। इस पर लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि अदालतों के निर्देशों के अनुसार, हिंसक प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान के लिए जिन्हें उत्तरदायी माना गया है उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। 7 दिवसीय नोटिस देने के बाद मुआवजे के लिए संपत्तियों के मूल्य का आकलन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसको ध्यान में रखकर सरकार ने 4 लोगों की एक टीम बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी। यह टीम सरकारी संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाएगी और अगले कदम पर कार्रवाई शुरू करेगी। उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का निर्णय किया गया है।

यूपी में फैली हिंसा में अब तक 263 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। 57 पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है जो प्रदर्शनकारियों की ओर से चलाई गई थी। अभी तक की कार्रवाई में 405 रिवॉल्वर और कट्टे बरामद किए जा चुके हैं। शनिवार रात तक 5400 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया जा चुका है। अलग-अलग जुर्म में 705 लोगों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने 1000 राउंड से ज्यादा गाेलीबारी की है। ये फायरिंग अलग अलग बोर के पिस्तौल से की गई हैं। अभी तक 405 खाली कारतूस बरामद किए जा चुके हैं।

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