नाटो का युद्ध अभियान खत्म, अफगान सुरक्षा बल हाईअलर्ट पर
काबुल। अफगान सुरक्षा बलों को साल के आखिर में तालिबान के हमलों को नाकाम करने के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि नाटो का युद्ध अभियान खत्म हो गया है और नया प्रशिक्षण एवं सहयोग मिशन शुरू हो गया है। अफगानिस्तान में नाटो का युद्ध अभियान रविवार को काबुल में एक समारोह में औपचारिक तौर पर समाप्त हो गया जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल (आईएसएएफ) की जगह अमेरिका नीत मिशन कत संकल्प सहयोग (रेजमेल्यूट सपोर्ट) शुरू हो गया। अफगानिस्तान में आज नाटो बलों के आखिरी दस्ते के 150 फ्रांसीसी सैनिक अपने दायित्व काबुल के सैन्य हवाईअड्डे पर तुर्की की एक यूनिट को सौंपेंगे। हवाईअड्डे पर एक समारोह होगा और युद्ध में मारे गए फ्रांसीसी सैनिकों की याद में बनाए गए एक स्मारक का अनावरण किया जाएगा। फ्रांस अफगानिस्तान से दो साल पहले अपने सभी लड़ाकू सैनिकों को वापस बुला चुका है। वर्ष 2001 से शुरू हुए युद्ध में फ्रांस के 89 सैनिक मारे गए और 700 से अधिक घायल हुए।
अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ संघर्ष अभी भी जारी है और स्थानीय पुलिस तथा सेना की मदद करने के लिए विदेशी सैनिक वहां मौजूद रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय सैन्य उपस्थिति कम होने के साथ ही स्थानीय पुलिस तथा सेना के लिए चुनौती बढ़ गई है। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता सादिक सिदिदकी ने एएफपी को बताया हमारे सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं कि आतंकी किसी तरह की वारादात को अंजाम न दे सकें। प्रवक्ता के अनुसार, कुछ हिस्सों में अपनी ओर से अभियान चलाए जाएंगे और सभी जगहों पर, खास कर काबुल में सुरक्षा गश्त बढ़ाई जाएगी। एजेंसी