निजी अस्पतालों की मनमर्जी रोकने के लिए जल्द ही हरियाणा सरकार एक एक्ट लागू करेगी
करनाल. हरियाणा शुक्रवार को यमुनानगर में दिन दिहाड़े आरके गुप्ता अस्पताल के बाहर हुई युवक की हत्या के मामले में अब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. घायल हालत में पहुंची युवक का डाक्टर द्वारा इलाज न किए जाने को जहां विज ने एक बड़ी लापरवाही करार दिया है.
वहीं, उन्होंने निजी अस्पतालों पर नकेल कसने के लिए जल्द ही एक नया एक्ट लाने की भी बात कही है.
अस्पताल के बाहर हुए कातिलाना हमले के बाद यमुनानगर के आरके गुप्ता अस्पताल में इलाज के लिए गए फाइनेंसर रविंद्र का इलाज न करने और निजी अस्पतालों की मनमर्जी रोकने के लिए जल्द ही हरियाणा सरकार एक एक्ट लागू करेगी. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की माने तो आगामी कैबिनेट की मीटिंग में क्लीनिकल इस्टेबलिशमेंट एक्ट लागू कर दिया जाएगा.
इसके बाद प्राइवेट अस्पतालों का भी ध्यान रखा जाएगा. इसके बाद प्राइवेट अस्पताल भी सरकार के आदेशों की पालना करने के लिए बाध्य होंगे.
यमुनानगर के आरके गुप्ता अस्पताल के डाक्टर द्वारा घायल फाइनेंसर का इलाज न करने को अनिल विज ने एक बड़ी लापरवाही बताया. उन्होंने कहा कि यदि उनके पास इस बारे में शिकायत आई तो वह इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने इस बारे में मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से भी कार्रवाई के लिए लिखने की बात भी कही.
यहां आपको बता दे कि शुक्रवार को यमुनानगर की गोविंदपुरी रोड पर आरके गुप्ता अस्पताल के सामने फाइनेंसर रविंद्र को एक युवक पेचकस मारकर घायल कर देता है. गंभीर हालत में युवक इलाज के लिए अस्पताल के भीतर जाता है, लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मचारी और डाक्टर उसका इलाज नहीं करते.
इतना ही नहीं गंभीर हालत में रविंद्र अस्पताल के डाक्टर के आगे काफी गिड़गिड़ाता है और डाक्टर के पैरों में गिर भी जाता है, लेकिन इसके बाद भी डाक्टर उसका कोई उपचार नहीं करता और उसके निढाल होने के बाद डाक्टर वहां से निकलकर स्ट्रेचर मंगवाकर उसके बाद पुलिस को इसकी सूचना देता है.
जहां इस अस्पताल की कार्यप्रणाली से जहां डाक्टरी पेशे को शर्मसार किया है. वहीं, इस पूरे मामले में एक इंसान के साथ-साथ इंसानियत की भी मौत हुई है. अब देखना यह होगा कि आम तौर पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए मशहूर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री इस मामले में आखिर कब तक और क्या कार्रवाई करेंगे.