नोएडा। निठारी कांड के अभियुक्त मोनिंदर सिंह पंधेर का नोएडा स्थित कुख्यात बंगला डी 5 रात को अज्ञात लोगों ने फूंक दिया। कोई घंटे भर की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड आग पर काबू पा सकी। वंगले में कोई रहता नहीं था। 2006 में कोठी के बगल के नाले में बच्चों के कंकाल मिलने के बाद से इस कोठी को सील कर दिया गया था। आग लगने की घटना रात 11:00 बजे की है। यहां बता दें कि 2006 में अचानक बच्चों के गायब होने की खबरें आने पर नोएडा के निठारी गांव में स्थित मोनिंदर सिंह पंधेर की कोठी चर्चा में आई थी। छानबीन हुई तो पता चला कि मोनिंदर सिंह पंधेर का नौकर सुरिंदर कोली शाम ढलते ही उधर से गुजरने वाले बच्चे बच्चियों को पकड़ लेता था और उनके साथ दुष्कर्म करके उनका मांस खा जाता था। पंधेर को साजिश में शामिल मानते हुए पुलिस ने उसको नौकर सहित गिरफ्तार किया था। सुरेंदर कोली को तो फांसी की सजा हो चुकी है वह इस समय डासना जेल में है। मोनिंदर सिंह पंधेर को सात साल नौ माह की कैद के बाद बीते 27 सितंबर 2014 को रिहा किया गया था। रिहा होने के बाद से वह दिल्ली में रह रहा था। उसकी रिहाई से खफा लोगों ने गुरुवार की रात 11 बजे उसके खूनी बंगले में आग लगा दी। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने में काबू तो पाया मगर दो कमरों का सामान बुरी तरह खाक हो गया। रात को घर के बाहर सैकड़ों लोग जमा थे।