यही कारण है कि फरवरी में दिनेशपुर रोड पर कुछ लोगों ने सरकारी निर्माण को अपने निजी स्वार्थ के चलते दिनदहाड़े खुर्दबुर्द कर दिया था। इसमें डीएम के आदेश पर कुछ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा भी दर्ज हुआ, लेकिन करीब एक माह बीतने के बाद भी उन पर अभी तक पुलिस की कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
फरवरी में दिनेशपुर रोड पर कुछ लोग मुख्य सड़क के किनारे कराए गए सरकारी निर्माण को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर रहे थे। इसकी जानकारी कुछ लोगों ने जिला प्रशासन के कर्मचारियों और मीडिया को दी। सूचना मिलते ही एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और वहां सरकारी संपत्ति को तोड़ रही जेसीबी को उन्होंने काबू में लेकर सिडकुल चौकी में खड़ा करवा दिया।
इस दौरान एसडीएम ने वहां बारीकी से निरीक्षण किया और पाया कि प्रापर्टी के धंधे से जुड़े कुछ लोगों ने सरकारी निर्माण को जगह-जगह से ध्वस्त कर दिया है। इसके बाद यह मामला डीएम अक्षत गुप्ता के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने तत्काल आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई भी हुई, लेकिन उसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया और आज तक इस दिशा में आगे की कार्रवाई नहीं की गई है।