लखनऊ

निर्वाचन आयोग ने दी पांच तक मोहलत, ब्यौरा उपलब्ध कराने का निर्देश

 


लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां परखने लखनऊ आए भारत निर्वाचन आयोग ने कल सभी अफसरों को पांच मार्च तक सभी काम निपटाने की समय सीमा दी है। आयोग ने कहा कि पांच मार्च तक मतदान केंद्र व मतदाता सूची का काम पूरा कर आयोग को ब्यौरा उपलब्ध कराएं। चुनाव पूरी पारदर्शिता के साथ व शांतिपूर्ण होना चाहिए। तीन दिनी लखनऊ दौरे के दूसरे दिन चुनाव आयोग ने विधानभवन के तिलक हॉल में सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, आइजी, डीआइजी, एसएसपी/एसपी के साथ बैठक थी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा व सुशील चंद्रा के साथ ही उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने जिलों की चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची संशोधन का काम भी पांच मार्च से पहले कर लिया जाए। आयोग ने कहा कि दिव्यांग व महिला मतदाता मतदान से वंचित नहीं होने चाहिए। इनका ब्यौरा अलग से देने के लिए कहा है। आयोग ने कहा कि मतदान केंद्रों पर रैंप व व्हील चेयर की सुविधा होनी चाहिए। धूप से बचने के लिए शेड, पीने के पानी व शौचालय आदि की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए। जिन मतदान केंद्रों में बिजली नहीं है वहां तत्काल इसकी व्यवस्था की जाए। चुनाव आयोग ने कहा कि जो जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे हैं वहां विशेष चौकसी बरती जाए। दूसरे राज्यों से सटी सीमाओं पर भी नाकेबंदी की जाए। चुनाव आयोग ने अफसरों से कहा कि अपने-अपने जिलों में संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्नित कर लें। वहां के हिस्ट्रीशीटर व अवांछनीय तत्वों की सूची तैयार कर ली जाए। चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। ऐसे लोगों को पाबंद किया जाए। चुनाव के दौरान धार्मिक भावनाएं भड़काने वालों के खिलाफ भी तत्काल कार्रवाई की जाए।
जीपीएस लगे वाहनों से भेजी जाएं ईवीएम : चुनाव आयोग ने कहा कि जीपीएस लगे वाहनों से ही ईवीएम भेजी जाएं। इससे ईवीएम वाले वाहनों की लोकेशन पता की जा सकेगी। ईवीएम की सुरक्षा का भी विशेष ख्याल रखा जाए। जहां ईवीएम रखी जाएं वहां चौबीस घंटे सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए।
हेल्पलाइन नंबर का हो प्रचार प्रसार : चुनाव आयोग ने हेल्पलाइन नंबर 1950 का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। इस टोल फ्री नंबर पर किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर संपर्क किया जा सकता है। आयोग ने कहा कि इस नंबर का सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए।

 

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