नई दिल्लीः आर्थिक वातावरण बेहद सकारात्मक और आशावादी है। निवेश चक्र निश्चित रूप से ऊपर हो गया है। क्षमता का उपयोग 74 प्रतिशत तक बढ़ गया है। मुद्रास्फीति अभी भी लक्ष्य के तहत अच्छी है। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) बढ़ रहा है और 2018-19 में विकास दर कम से कम 7.5 प्रतिशत होने की उम्मीद है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने उम्मीद जताई है कि वित्त वर्ष 2018-19 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.5 प्रतिशत रह सकती है।