नीलम रत्न धारण करते ही मिलने लगते है यह संकेत, जानिए इसके शुभ-अशुभ प्रभाव
ज्योतिषशास्त्र में शनि के रत्न नीलम का बड़ा महत्व है। कहते हैं नीलम जब किसी व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम देता है तो कुछ ही दिनों में राजा बना देता है और अगर बुरा प्रभाव देने पर आए तो राजा को भी भीखारी बनाते इसे वक्त नहीं लगता। इसलिए नीलम रत्न बहुत ही जांच परख कर धारण किया जाता है। आइये जानें कि नीलम रत्न धारण करते हुए क्या बातें लोगों के साथ होती है।
नीलम रत्न का प्रभाव बहुत ही तेजी से दिखता है। अगर यह रत्न आपके लिए अनुकूल नही हैं यानी आपको सकारात्मक फल देने वाला नहीं है तो आंखों में तकलीफ महसूस होने लगती है।
नीलम के प्रतिकूल होने पर दुर्घटना में चोट लग सकती है और शारीरिक कष्ट हो सकता है।
नीलम व्यक्ति के शुभ नहीं होने पर धारण करने वाले को तुरंत आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।
नीलम अगर अनुकूल नहीं है तो बुरे और डरावने सपने आएंगे।
नीलम जिनके लिए अनुकूल और शुभ होता है उन्हें धारण करते ही शुभ फल देने लगता है। सबसे पहले तो स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी चल रही है तो उसमें राहत महसूस होने लगती है।
नीलम शुभ होने पर धारण करने वाले को आर्थिक लाभ मिलता है। नौकरी और व्यवसाय में उन्नति का संकेत भी नीलम तुरंत देता है।
नीलम धारण करने के बाद आपके साथ कुछ अशुभ घटना नहीं हो तब यह समझना चाहिए कि आपके लिए यह रत्न शुभ है।