नॉर्थ कोरिया पर मिनट टू मिनट मीटिंग कर रहा अमेरिका, क्या हो सकती है जंग?
क्या जंग कभी भी छिड़ सकती है? यह सवाल वर्ल्ड मीडिया में अब उठने लगा है कि क्योंकि उत्तर कोरिया को लेकर कई देश पहले से अधिक अलर्ट हो गए हैं. अमेरिका पूरे हालात पर मिनट टू मिनट मीटिंग कर रहा है. साउथ कोरिया और जापान के साथ मिलकर अमेरिका किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रहा है. नॉर्थ कोरिया परमाणु हमले की धमकी दे रहा है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका, साउथ कोरिया और जापान पूरी प्रतिबद्धता से न्यूक्लियर अटैक की धमकी का तोड़ निकालने की कोशिश कर रहे हैं. चूंकि नॉर्थ कोरिया और किम जोंग उन को समझना किसी के लिए आसान नहीं है, इसलिए आपात हालात से निपटने के लिए भी तैयारी हो रही है.
अमेरिका के डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जॉन सुलिवन ने कहा है कि साउथ कोरिया की राजधानी सिओल में बैठक हुई है. अमेरिका डिप्लोमेसी के जरिए समस्या को सुलझाने की हर कोशिश करेगा.
नॉर्थ कोरिया लगातार बातचीत से भाग रहा है. वह परमाणु हमले की धमकी दे रहा है.
संयुक्त राष्ट्र में नॉर्थ कोरिया की ओर से कहा गया है कि जो भी देश नॉर्थ कोरिया के ऊपर कार्रवाई करने में अमेरिका का साथ देंगे, उसे नॉर्थ कोरिया की ओर से टार्गेट किया जाएगा.
संयुक्त राष्ट्र में नॉर्थ कोरिया के डिप्टी यूएन एम्बेसडर किम इन रयोंग के दस्तावेज में इस बात का खुलासा हुआ है. यह दस्तावेज यूएन जनरल असेंबली की एक कमेटी की ओर से परमाणु हथियारों को लेकर किए गए डिस्कशन में शामिल किया गया था. इसमें कहा गया है- “जब तक अमेरिकी मिलिट्री एक्शन में कोई देश शामिल नहीं होता है, तब तक उसके ऊपर परमाणु हमला नहीं किया जाएगा.”
नॉर्थ कोरिया की ओर से चेतावनी दी गई है कि नॉर्थ कोरिया के पास यह शक्ति है कि वह अमेरिका को सीधे निशाना बना सकता है अगर अमेरिका नॉर्थ कोरिया के क्षेत्र में एक इंच भी दखल देता है.
इससे पहले कुछ रिपोर्टों में कहा गया था कि उत्तर कोरिया का तानाशाह परमाणु लैस मिसाइल टेस्ट करने वाला है, फिर जंग हो सकती है. जापान, साउथ कोरिया पहले ही आशंका जता चुके हैं.
पिछले छह महीने में दिन प्रति दिन नॉर्थ कोरिया और अमेरिका में जंग के हालात बन रहे हैं.
इसी साल मई में किम जोंग उन ने जापान को चेतावनी दी थी कि परमाणु हमले से वे जापान को केक के टुकड़ों में बांट देंगे. नॉर्थ कोरिया ने जुलाई में ब्लैस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया था. इसकी रेंज 6700 किलोमीटर बताई गई जिसका मतलब था कि अलास्का भी इसकी जद में था.