नोट बैन: बैंक की लाइन में पीछे खड़े दूल्हे को भेजा सबसे आगे,
जोधपुर। मंगलवार की सुबह जब राजस्थान के जोधपुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच पर साफा बांधे एक शख्स आया तो वहां खड़ी भीड़ उसे मुड़कर देखने लगी।
जब लोगों को यह पता चला की साफा बांधे हुए शख्स दूल्हा है तो लोगों ने ना सिर्फ आगे जाने दिया बल्कि बैंक अधकारियों से भी गुहार लगाई कि इसे पहले पैसा दिया जाए।
सोमवार (14 नवंबर) को छुट्टी के बाद लोग मंगलवार की सुबह बैंक और एटीएम पहुंचे। उनमें से एक प्रताप सिंह जिनकी शादी बुधवार को ही होनी थी, वो भी लाइन का हिस्सा थे।
पूरा परिवार नकद की तंगी से जूझ रहा है
उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार नकदी की तंगी से जूझ रहा है और आज मैं खुद अपने खाते से कुछ पैसे निकालने आया हूं। मेरे परिवार के अन्य लोग भी जगह-जगह लाइनों में लगे हैं।
शुरु में लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि पारंपरिक साफा बांधे लाइन में खड़ा यह शख्स कौन है। लेकिन जब उन्हें जानकारी हुई तो सभी ने उन्हें आगे जाने दिया और अधिकारियों से भी प्रताप के लिए अपील की।
वहां मौजूद लोगों ने कहा कि हमसे पहले पैसे इन्हें दे दीजिए।
मैं सभी का आभारी
लोगों की अपील और भावनाओं से खुश प्रताप ने कहा कि वो बहुत अभारी हैं और उन्होंने जोधपुर के लोगों का वो गुण देखा जिसके लिए ये जगह विश्व भर में विख्यात है।
प्रताप ने कहा कि बीते 3-54 दिनों से वो और उसके दोस्त लंबी-लंबी लाइनों में लग रहे हैं ताकि शादी आसानी से निपट सके।
बता दें कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम दिए अपने संबोधन में यह घोषणा की थी कि 500 और 1,000 के नोट विमुद्रीकृत किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने देश से 50 दिनों का वक्त मांगा था।
हालांकि विपक्ष की ओर से इस फैसले का बड़े स्तर पर विरोध किया जा रहा है।