नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले 9 आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ के कोरबा में फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर बेरोजगारों को ठगने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश जिला पुलिस ने किया है. पुलिस ने गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
गिरोह के सदस्य अब तक करोड़ों की ठगी कर चुके हैं. पूरे प्रदेश भर में ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले इन अपराधियों के खिलाफ कोरबा जिले में भी तीन मामले दर्ज हैं, जिन मामलों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि ठगी एवं सूदखोरी के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में ठगी के मामलों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया गया.
बिलासपुर जिला अंतर्गत ग्राम सीस निवासी मनीष कुमार जायसवाल पिता तालाराम जायसवाल 26 वर्ष ने 10 दिसंबर को रामपुर चौकी में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
मनीष ने बताया कि विनोद खांडे पिता परसराम खांडे 29 वर्ष और कपिल वारे पिता पोस राम वारे 24 वर्ष द्वारा खुद को मंत्रालय का कर्मचारी बताते हुए उसे तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर जिला पंचायत कोरबा, पुलिस विभाग, जेल विभाग, क्राइम ब्रांच, स्वास्थ्य विभाग, एड्स नियंत्रण बोर्ड, मेकाहारा, खाद्य विभाग, एफसीआई एवं अन्य प्रायवेट विभागों में नियमित सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर उक्त आरोपियों ने उसे झांसा दिया.
मनीष ने उनके झांसे में आकर जिला पंचायत कोरबा में डाटा एंट्री आॅपरेटर के पद पर अपनी बहन की नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख रुपए आरोपियों को दे दिए.
आरोपियों ने पैसे लेकर मनीष को फर्जी आदेश और नियुक्ति पत्र थमा दिया. जब इस बात का पता मनीष को चला तो उसने रामपुर चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 476, 468, 471, 120 बी, भादवि के तहत मामला पंजीबद्घ कर लिया और मामले की जांच शुरू की.
असली दिखता था आदेश पत्र
आरोपियों द्वारा बेरोजगार युवकों को जो आदेश पत्र और नियुक्ति पत्र दिया जाता था वह बिल्कुल असली दिखता था. संबंधित विभाग, कार्यालय, क्रमांक, दिनांक, सील मुहर आदि फर्जी हस्ताक्षर के साथ असली पत्रों की तरह ही बेरोजगारों को थमा दिया जाता था, जिससे बेरोजगार झांसे में आ जाते थे लेकिन संबंधित विभाग में नियुक्ति पत्र लेकर जाने के बाद बेरोजगारों को अपने साथ हुई ठगी का पता चलता था.
प्रदेशभर में की ठगी
ठग गिरोह ने प्रदेश भर के बेरोजगार युवकों को निशाना बनाया है.सुनहरे भविष्य का प्रलोभन देकर बेरोजगारों के साथ लाखों की ठगी करने का खुलासा हुआ है.
आरोपियों ने कोरबा के अलावा बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बलौदाबाजार तथा अन्य जिलों में ठगी की घटना को अंजाम दिया है.
दो आरोपी जेल में बंद
ठग गिरोह के दो अन्य आरोपी धोखाधड़ी के मामले में ही बेमेतरा जेल में बंद है. इस तरह से कोरबा पुलिस ने गिरोह के लगभग सभी सदस्यों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है.