लखनऊ। कई सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक शख्स ने कई बेरोजगारों से लाखों रुपये ठग लिये। नौकरी न मिलने पर पीड़ितों को ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित आरोपी को खोजने के लिए इलाहाबाद सहित कई अन्य जगहों पर गये लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। बीते दिनों पीड़ितों को जानकारी हुई कि वह चिनहट क्षेत्र में एक किराए के मकान में रूका हुआ है। जानकारी होने के बाद सभी पीड़ित वहां पहुंचे और जालसाज को पकड़ थाने ले आए। जहां पीड़ितों ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस जालसाज को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो कई विभागों के उच्च पदों पर तैनात अधिकारियों की मिली भगत से जालसाज ठगी करता था। इलाहाबाद की रहने वाली रानी स्वर्णकार बेरोजगार है। जिसकी मुलाकात अप्रैल माह में आजमगढ़ निवासी अब्बू तालिब नाम के शख्स से इलहाबाद में हुई थी। मुलाकात के दौरान अब्बू तालिब ने कई विभागों में ऊंची पैठ बातकर नौकरी लगवाने का झांसा दिया। साथ ही बताया कि लखनऊ में ही वन विभाग, मनोरजन विभाग, नगरपालिका जैसे कई विभागों में विभिन्न पद खाली है। जिन पदों पर आसानी से नौकरी मिल जायेगी। झांसे में आए रानी स्वर्णकार अपने साथी कौसाम्भी जिले के गोपालपुर, पनारा गांव निवासी उनकी सहेली सीमा दिवाकर के साथ चारबाग स्टेशन पहुंची। वहां अब्बल तालिब ने दोनों से कुछ रुपयें लेकर एक-एक फार्म भरवाया। साथ ही नौकरी के बाद एक लाख पच्चास हजार रुपयों की मांग की। रानी व सीमा उसके झांसे में आ गये। झांस में आई सीमा ने अपनी बड़ी बहन उषा दिवाकर, मामा केशनलाल कनौजिया, व चाचा के लड़के वीरेन्द्र कनौजिया के लिये भी अब्बू तालिब से नौकरी के लिये बात की। जालसाज ने रुपये लेकर उनका भी एक फार्म भरवा दिया। जिसके बाद धीरे-धीरे वह रानी से 80 हजार, सीमा से 45 हजार, उषा से 38 हजार, केशनलाल से 51 हजार व वीरेन्द्र से 31 हजार रुपयें ले लिये। जिसके बाद वह जल्द ही ज्वाइनिंग का झांसा देता रहा।