ज्ञान भंडार
पंचायत चुनाव: आज तय होगा, कौन कौन रहेंगे मैदान में
हिमाचल में पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन होने के बाद शुक्रवार को इनकी स्क्रूटिनी हुई। इसके बाद जो प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं, वे सोमवार को अपने नाम वापस ले सकेंगे। जिला परिषद सदस्यों, पंचायत समिति सदस्यों, ग्राम पंचायत प्रधानों, उपप्रधानों और ग्राम पंचायत वार्ड सदस्यों के पदों के लिए चुनाव हो रहे हैं। राजनीतिक दलों का फोकस जिला परिषदों या पंचायत समितियों पर ज्यादा है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दल इन पदों पर अपनी-अपनी विचारधाराओं के अकेले-अकेले उम्मीदवारों को उतारने के प्रयास में हैं। दोनों ही राजनीतिक दलों के दावेदार नामांकन पत्र भरने के बाद खुद की सशक्त दावेदारी साबित करने के प्रयास में जुटे हुए हैं। अब सोमवार को ही तय होगा कि कौन-कौन दावेदार वास्तव में उम्मीदवार होंगे।
जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायतों में दावेदारों की मान-मनौव्वल का दौर तेज हो गया है। हर वार्ड में हर पार्टी का एक ही उम्मीदवार तय करने पर जोर दिया जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा के बडे़ नेता भी इस मान-मनौव्वल की मध्यस्थता में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हर वार्ड में पार्टी का केवल एक ही उम्मीदवार तय करने की पुरजोर कोशिश हो रही है।
देवनीति के पैंतरे से भी बोल्ड किए जा रहे दावेदार
कई उम्मीदवार देवनीति के पैंतरे से भी कई दावेदारों को बोल्ड करने में लगे हुए हैं। किसी देवता से जुड़ा कोई कारदार खड़ा है तो आस्था के चलते लोग ऐसे उम्मीदवार के लिए अपनी दावेदारी ही छोड़ रहे हैं। कई प्रत्याशी इस फैक्टर से भी नामांकन वापसी करेंगे। हिमाचल के तमाम पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों की देवताओं में विशेष आस्था है। आस्था के बीच में आने पर भी लोग अपनी दावेदारी छोड़ रहे हैं।