पंजाब में ‘आप’ की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं, क्योंकि एक विधायक के खिलाफ बदसलूकी और दुर्व्यवहार करने का मामला दर्ज करवाया गया है। शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि वह विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ से पास अपनी कोठी का बकाया किराया और बिलों की राशि के संबंध में गई थी लेकिन विधायक ने उसके साथ बदसलूकी की। सन्दोआ ने चुनाव के दौरान अपनी रिहायश जिला हेडक्वार्टर पर रखने के लिए शहर के ज्ञानी जेल सिंह नगर में एक कोठी किराये पर ली थी।
20 अप्रैल के बाद विधायक सन्दोआ ने यह कोठी खाली कर इसके नजदीक ही कोठी किराये पर ले ली। पहले वाली कोठी की मालकिन ने बताया कि विधायक सन्दोआ उसकी कोठी का बकाया रहता किराया तीस हजार रुपये समेत पानी के बिल और कोठी के किए नुकसान की भरपाई नहीं कर रहे हैं। महिला ने बताया कि बकाया राशि लेने के लिए उसने विधायक के साथ कई बार बात की लेकिन विधायक टाल मटोल करते रहे।
इसके बाद उसने यह मामला पार्टी के सीनियर नेता भगवंत मान और अमन अरोड़ा के ध्यान में लाया। शुक्रवार देर शाम जब वह बकाया राशि के लिए विधायक सन्दोआ को मिलने के लिए उनकी रिहायश पर गए तो विधायक ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया, वहीं पार्टी के सीनियर नेतायों के ध्यान में यह मामला लाने के कारण उसके साथ बदसलूकी की। इस दौरान उन्हें चोट भी आई। इसके बाद पीड़ित महिला रात को सिविल अस्पताल में दाखिल हो गई।
पुलिस को दिए अपने बयान में महिला ने विधायक पर बदसलूकी और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने थाना सिटी में विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ के खिलाफ छेड़छाड़, झगड़ा करने और दुर्व्यवहार करने का मामला दर्ज कर लिया है।
राजनीति से प्रेरित है मामला
विधायक के खिलाफ बदसलूकी और दुर्व्यवहार का केस
विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ ने कहा कि यह सारा मामला राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस ने साजिश के तहत उन पर यह मामला दर्ज करवाया है जबकि उनके साथ महिला का कोई झगड़ा हुआ ही नहीं। अगर शिकायतकर्ता का कोई बकाया है तो वह उसके बिल उन्हें दे दे। वह बकाया देने के लिए तैयार हैं। सन्दोआ ने महिला के साथ कोई बदसलूकी और दुर्व्यवहार करने के आरोपों को नकारा है।
महिला के पक्ष में आया अकाली दल
अकाली दल शिकायतकर्ता महिला के पक्ष में आ गया है। अकाली दल के प्रवक्ता और पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा पीड़ित महिला का हाल चाल पूछने के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर विधायक के इस व्यवहार की निंदा की। डॉ. चीमा ने पुलिस से मांग की कि इस मामले में विधायक की गिरफ्तारी जल्दी की जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने इस मामले में ढील बरती तो वह संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने विधानसभा के स्पीकर से भी मांग की कि वह भी इस मामले में बनती कार्रवाई करें।