लखनऊ: नेशनल साइकिलिंग-2015, लखनऊ के बैनर तले साइकिल रेस का आयोजन किया गया। 60 किमी की रेस को एक घंटे 41 मिनट में पूरा करने वाले पंजाब के अमरजीत सिंह विजेता बने, जबकि इंडियन एयरफोर्स के मंजीत ने नेशनल साइकिलिंग में दूसरा और इंडियन रेलवे के दिलावर सिंह ने तीसरा स्थान हासिल किया। सीएम अखिलेश ने अमरजीत को एक लाख रुपए और मंजीत को 60 हजार रुपए कैश प्राइज देकर सम्मानित किया। वहीं, दिलावर सिंह को 30 हजार रुपए मिले। साइकिल पर स्टंट करने वाले दो लोगों को 50 हजार रुपए का इनाम दिया गया। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि साइकिल से फिटनेस रहती है। दुनियाभर में साइकिल चलाई जाती है, लेकिन इसपर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। इसलिए हमारी सरकार ने गरीबों की सवारी साइकिल पर से चार फीसदी वैट हटाया, ताकि ज्यादा लोग इसे खरीद सके। सीएम ने कहा कि खेल को लेकर हम राजनीतिज्ञ लोग थोड़ा स्वार्थी हो जाते हैं। मुझे आज भी याद है कि जब मैने पहली बार सैफई में साइकिल चलाई, तो बहुत कम लोगों ने हिस्सा लिया था। बाद में गांवों में इसकी शुरुआत की और पूरी तरह सफल हुए। अखिलेश ने कहा कि साइकिल चलाना न सिर्फ सेहत के लिहाज से फायदेमंद है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अच्छी है। उन्होंने कहा कि यहां साइकिल प्रतियोगिता पहली बार हुई है। आगे भी ऐसी प्रतियोगिता करते रहेंगे।
यूपी सरकार और साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से नेशनल साइकिलिंग-2015 का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता सुबह 6:30 बजे केडी सिंह बाबू स्टेडियम में शुरू हुई। अखिलेश यादव ने झंडी दिखाकर रेस को रवाना किया। नेशनल साइकिलिंग के आयोजन का मुख्य उद्देश्य एकता, स्वास्थ्य और पर्यावरण था। इसमें देश के शीर्ष साइकिलिस्टों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में दो तरह की रेस हुई, पहला प्रोफेशनल क्राइटेरिया रेस, जो 60 किलोमीटर और दूसरा ग्रीन राइड, जो पांच किलोमीटर की थी। इस मौके पर सीएम के अलावा सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, सीएमएस संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी, यूपी खेल निदेशक आरपी सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे। प्रोफेशनल क्राइटेरिया रेस में एक घंटे में 12 राउंड हुए। उसके विनर रहे पंजाब के अमरजीत सिंह। जीत से बेहद खुश होकर उन्होंने बताया कि यहां का ट्रैक काफी अच्छा था। शुरू में काफी घबराहट हो रही थी, लेकिन रेस शुरू होते ही कॉन्फिडेंस गेन कर लिया। वैसे यह काफी टफ रेस थी और हर कोई अपना जोर लगा रहा था। रेस जीत कर काफी खुशी हो रही है। गौरतलब है कि अमरजीत इंटरनेशनल साइक्लिस्ट हैं।