पंजाब: पूर्व सीएम की बेटी ने भांजों पर लगाए गंभीर आरोप
बबली बराड़ ने पांचों के खिलाफ हथियारों के साथ जबरन घर में घुसने का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले में जिला अदालत में याचिका दायर की है। वहीं सेक्टर-3 पुलिस थाने में भी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है।
इससे पहले जिला अदालत में दायर याचिका में बबली ने मां गुरबिंदर कौर बराड़ (अब जीवित नहीं) के साथ संयुक्त रूप से अदालत में याचिका दायर की थी। उस समय उन्होंने भाई, उनके बेटे और बहनोई और उसके भाई पर जबरन कोठी कब्जाने का आरोप लगाया था।
उस समय कोर्ट ने उक्त आरोपियों पर बबली बराड़ की प्रॉपर्टी में जाने पर रोक लगा दी थी। अब जिला अदालत में दायर याचिका में बबली बराड़ ने कहा है कि आरोपियों ने अदालत के आदेश का पालन न करते हुए 7 नवंबर को जबरन घर में कब्जे की कोशिश की। आरोपी हथियारों के साथ घर में घुसे और घर पर कब्जा करने का प्रयास किया।
कोर्ट ने कोठी में प्रवेश पर लगाई थी रोक
गुरबिंदर कौर ने जिला अदालत में दायर सिविल सूट में सेक्टर-4 स्थित कोठी नं-19 में प्रतिवादी पक्ष के प्रवेश पर रोक लगाने की अपील की थी। सुनवाई के दौरान गुरबिंदर कौर और उनके बेटे की मौत हो गई थी। इसके बाद कानूनी तौर पर बबली बराड़ उनकी तरफ से याचिकाकर्ता बन गई थी और उन्होंने भाई के बेटों को केस में प्रतिवादी पक्ष बनाया था। अदालत ने 3 मई 2010 को अंतरिम आदेश जारी किया था। इसमें प्रतिवादी पक्ष पर जबरन घर पर कब्जा करने पर रोक लगाई थी। साथ ही उक्त प्रॉपर्टी में प्रवेश पर भी रोक लगाई थी।
हथौड़े, सब्बल लेकर घुसे घर में
बबली बराड़ का आरोप है कि 7 नवंबर को भाई का बेटा, बहनोई और उसके भाई सहित 15 से 20 लोग हथौड़े, सब्बल लेकर उनकी सेक्टर-4 स्थित कोठी पर पहुंचे। ये लोग जबरन घर पर कब्जा करने की नीयत से आए। इनके पास कुछ सूटकेस भी थे। उन्होंने घर में काम करने वालों को भी धमकाया। याचिकाकर्ता बबली बराड़ उस दिन शहर में नहीं थीं।
आरोपियों के इस तरह घर में आने की सूचना पर वह शाम को चंडीगढ़ पहुंचीं। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर वह घर पर कब्जा नहीं कर पाए और वहां से फरार हो गए। इसके बाद बबली बराड़ ने उनके और कुछ अज्ञात के खिलाफ जबरन उनके घर में दाखिल होने और धमकाने की शिकायत दर्ज करवाई।