पंडित दीनदयाल ने राष्ट्रीय चेतना जगाने का कार्य कियाः श्याम नंदन
कमल ज्योति में पं0 दीनदयाल उपाध्याय अंक का विमोचन
लखनऊ। पं0 दीन दयाल उपाध्याय के जन्मशताब्दी समारोह के समापन अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम नन्दन सिंह ने कहा कि, दीनदयाल ने अपने पूरे जीवन काल में राष्ट्रीय चेतना को जगाने का कार्य किया। स्वावलंबन और व्यक्ति निर्माण की पराकाष्ठा को लेकर उन्होंने विचारों की लंबी श्रंखला गढ़ी। श्री सिंह दीनदयाल उपाध्याय के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर कमल ज्योति पत्रिका के विशेष अंक का लोकार्पण कर रहे थे। पत्रिका विमोचन के अवसर पर प्रदेश मीडिया प्रभारी हरीश चन्द्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ल, प्रदेश मंत्री गोविन्द नारायण शुक्ल, प्रदेश मंत्री अमर पाल मौर्य, व्यापार प्रकोष्ठ के गिरजाशंकर गुप्त ने भी दीनदयाल जी के कृत्यों पर प्रकाश डाला। इसके पूर्व कार्यक्रम में पं0 दीन दयाल उपाध्याय गरीब, मानवता एवं प्र.ति के पुजारी थे, इनके बताये एकात्म मानववाद सिद्धान्त पर चलकर राष्ट्र परम वैभव को प्राप्त करेगा उक्त विचार भारत दीक्षित मुख्यालय प्रभारी भाजपा ने कार्यालय में दीनदयाल जी की 101वीं जयन्ती पर व्यक्त किये।
जन्मशताब्दी वर्ष में कमल ज्योति कार्यालय में जयन्ती कार्यक्रम पर बोलते हुए ए.पी. सिंह ने कहाँ कि सेवा ही लोक साधना का साधन है। इस साध्य को प्राप्त करने के लिए समाज के हर व्यक्ति स्वयं से प्रयास करना जरूरी होता है। सम्पादक अरूण कान्त ने कहा कि समाज जागरूक हो तो वह राष्ट्र प्रगति के प्रथम पायदान पर पहुँच जाता है। विकास की इस यात्रा में राष्ट्र की मजबूती उसके जन्म और उसके आर्थिक नीतियों से होती है। आर्थिक नीति ऐसी होनी चाहिए जिसमें समाज के हर व्यक्ति को न्युनतम रोजगार के अवसर जीवन जीने की जरूरत, आवास, पानी इत्यादी उपलब्ध रहे। जन्म शताब्दी वर्ष के समारोप अवसर पर प्रदेश के सह कार्यालय प्रभारी लक्ष्मण चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन तथा संकल्प एवं संचालन राज कुमार ने किया। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 राकेश त्रिवेदी ने कहा कि समाज के अन्तिम व्यक्ति के विकास को आज भाजपा नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा कर रही है। आज दीन दयाल जी के जन्म शताब्दी के अवसर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं की अन्त्योदय के माध्यम से यह सच्ची श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से के0डी0 त्रिपाठी, अश्वनी पाठक, अशोक त्रिपाठी, एम0के0 शुक्ल, अमर सिंह, आनन्द दूबे, सोनू सिंह, विक्रम सिंह सिकरवार, गोपाल शरण सिंह आदि उपस्थित रहे।