पंत ने रोहित शर्मा को पीछे छोड़कर बनाया ये शानदार रिकॉर्ड…
India vs West Indies: टीम इंडिया के मौजूदा विकेट कीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को महेंद्र सिंह धौनी का उत्तराधिकारी बताया जा रहा है। रिषभ पंत भी धौनी की इस कदमों पर चलने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। रिषभ पंत को जब भी मौका मिलता है तो वे अच्छी पारियां और अच्छी विकेटकीपिंग करके सभी का दिल जीत लेते हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज के पहले दो मुकाबले जो फ्लोरिडा में खेले गए थे उनमें रिषभ पंत दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए थे। हालांकि, रिषभ पंत ने इसकी कसर गयाना में खेले गए तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में अर्धशतक ठोककर पूरी कर दी। हालांकि, अभी वनडे और टेस्ट सीरीज बाकी है, जिसमें रिषभ पंत को कमाल दिखाना होगा।
खास बात ये रही कि रिषभ पंत अपने गुरू यानी महेंद्र सिंह धौनी (मैच फिनिशर) की तरह नाबाद लौटे। नंबर चार पर आए रिषभ पंत ने छक्का लगाकर टीम इंडिया को सात विकेट से जीत दिलाई और अपने टी20 इंटरनेशनल करियर का दूसरा अर्धशतक ठोकते ही एक नया इतिहास रच दिया।
दरअसल, 21 साल और करीब 10 महीने की उम्र में रिषभ पंत ने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर के 17 मैचों में 2 अर्धशतक लगा दिए हैं। रिषभ पंत से पहले कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस फॉर्मेट में 22 साल से कम की उम्र में दो अर्धशतक नहीं लगा पाया है।
रिषभ पंत के बाद इस मामले में रोहित शर्मा और रोबिन उथप्पा का नाम है जो 22 साल से कम की उम्र में टीम इंडिया के लिए टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में एक-एक अर्धशतक लगा पाए हैं। इतना ही नहीं, रिषभ पंत बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज भारत की ओर से एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भी खिलाड़ी बन गए हैं।
रिषभ पंत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 65 रन की पारी खेलकर महेंद्र सिंह धौनी को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने भारत की ओर से बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज एक पारी में 56 रन बनाए थे। बता दें कि धौनी भी 22 साल से कम की उम्र में अपने टी20 इंटरनेशनल करियर में कभी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि महेंद्र सिंह धौनी ने टी20 इंटरनेशनल करियर के पहली 17 पारियों में 301 रन बनाए थे, जिसमें एक भी अर्धशतक नहीं शामिल था। वहीं, रिषभ पंत ने अपने 18 मैचों की 17 पारियों में 302 रन बना लिए हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, वो अब तक दो बार गोल्डन डक का शिकार हो चुके हैं, जो कि धौनी अपने करियर में सिर्फ एक बार गोल्डन डक यानी पहली गेंद पर आउट हुए हैं।