बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के अमहट पुल के पास में बने संत कुटीर आश्रम के बाबा सच्चिदानंद को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार कर लिया है. बाबा सच्चिदानंद के ऊपर 50 हजार का इनाम पुलिस ने रखा था. सच्चिदानंद उर्फ दयानंद उर्फ भक्तानंद उर्फ प्रशांत कुमार उर्फ संत कुमार बिहार का रहने वाला है.
बलात्कारी बाबा सच्चिदानंद का जाल देश के कई राज्यों में फैला था. बिहार का रहने वाला बाबा सच्चिदानंद भोली भाली जनता के साथ पहले पूजा पाठ का नाटक करवाता था, फिर नाबालिग लड़कियों को अपने यहां दासी बनाता था, फिर उनका यौन शोषण करता था. इस घिनौनी करतूत में बाबा के साथ कुछ साध्वी भी शामिल थीं.
पीड़िताओं का आरोप था कि सत्संग व प्रवचन के नाम पर महिलाओं और कम उम्र की लड़कियों को आश्रम में बुलाया जाता है, उनमें से पसंद की लड़कियों को साध्वी का दर्जा देकर आश्रम में रख लिया जाता है, उन्हें अनुष्ठान के जरिए विशेष कृपा दिलाने का दिलासा देते थे, फिर अलग-अलग शहरों में प्रवचन- सत्संग के बहाने भेजकर उनका यौन शोषण किया जाता.
सच्चिदानंद कहता था कि बाबा के साथ रहने से मोक्ष की प्राप्ति होगी. झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार की कुछ युवतियों ने बाबा सच्चिदानंद का विरोध किया और आश्रम से बाहर आकर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद बाबा ने युवतियों के घरवालों के ऊपर भी मुकदमा दर्ज करा दिया था.
कुछ युवती ऐसी हैं, जिनके पिता-भाई फर्जी मुकदमे में जेल काट रहे हैं. अब बाबा की गिरफ्तारी होने के बाद इन युवतियों के चेहरे पर खुशी तो दिखाई दी, लेकिन साथ – साथ पिता और भाई के गिरफ्तारी का भी गम है, जो फर्जी मुकदमे में जेल में बंद हैं. बाबा सच्चिदानंद की तलाश पुलिस को तीन सालों से थी. उसके आश्रम की कुर्की भी की जा चुकी है.