पेट्रोल के दाम कम होने का नाम ही नही ले रहें है लगातार दाम बढ़ते ही जा रहे है। सोमवार के मुकाबले पेट्रोल के कीमते अधिक हो गई हैं। यदि आज की बात करे तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 79.31 रुपये हो गई है, जबकि 0.16 पैसे बढ़े है। वहीं सोमवार को डीजल 71.15 रुपये लीटर था.
चुनावों में बड़े बड़े वादे किये जाते है। चुनाव जीतने के बाद कोई महंगाई कम करने की और ध्यान नहीं देता। जनता चिल्लाती हैं, अगले चुनावों में फिर वहीं वादे होते हैं, फिर जनता सरकार से उम्मीद लगाती है लेकिन होता कुछ नहीं सरकारे आती है और चली जाती है।
मंत्री जी इसका कारण बाहरी कारकों पर लगाते है। केजरीवाल ने कहा कि अर्थव्यवस्था की इतनी बुरी हालत कभी नहीं हुई। साथ ही ये भी कहा कि सरकार को आम आदमी से कोई लेना देना नहीं हैं। सरकार आखें मूंदे बैठी हैं। तेल उत्पादन घटने से उसकी कीमतों पर दबाव पड़ा है। वहीं दुनियाभर की मुद्राएं डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रही हैं।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने गैस की कीमत में हुई बढ़ोत्तरी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चले जाने के बाद की है। डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के कारण ही सीएनजी और पीएनजी गैसों में बढ़ोतरी हुई है। रुक नहीं रही तेल के दामों में बढ़ोतरी इस कारण केवल भारत की मुद्रा ही नहीं बल्कि विदेशी मुद्रा में भी गिरावट आने का खतरा मंडरा रहा है।
विपक्ष लगातार पेट्रोल के बढ़े दामों को लेकर हमला कर रही हैं। पी. चिदंबरम ने ट्विटर के जरिए कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार इजाफा करना जरूरी नहीं है, क्योंकि कीमतों में वृद्धि बहुत ज्यादा कर होने के कारण हो रही है। यदि टैक्स कम कर दिया जाए तो कीमतों में भारी कमी आ जाएगी।