ज्ञान भंडार
पठानकोट हमला: पंजाब पुलिस की भूमिका संदिग्ध, जांच होनी चाहिए
एजेंसी/ नई दिल्ली।पठानकोट हमले को लेकर गृह मंत्रालय की संसदीय कमेटी ने केंद्र सरकार और पंजाब पुलिस को फटकार लगाई है। हमले के लिए होम मिनिस्ट्री और खुफिया एजेंसियों में तालमेल की कमी को जिम्मेदार बताया। मंगलवार को कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस ने सूचना मिलने के बावजूद सटीक कदम नहीं उठाया।
इस मामले में पंजाब पुलिस की भूमिका ‘सवालों के घेरे में और संदिग्ध’ है। पंजाब पुलिस की भूमिका की जांच होनी चाहिए। संसदीय कमेटी ने कहा कि सटीक जानकारी होने के बावजूद पठानकोट एयरबेस हमला रोका नहीं जा सका। कांग्रेस नेता पी. भट्टाचार्य की अध्यक्षता वाली 31 मेंबरी कमेटी ने एयरबेस की सुरक्षा व्यवस्था को भी कमजोर बताया।
ये उठाए सवाल…
– आतंकी हमले की आशंका को लेकर पूर्व में ही सतर्क किए जाने के बाद भी हमला कैसे हुआ?
– हाई सिक्योरिटी वाले एयरबेस का सुरक्षा घेरे को तोड़ने में आतंकी कैसे सफल हो गए?
– बीएसएफ की गश्त और फ्लड-लाइटिंग के बावजूद आतंकी हमारी सीमा में कैसे घुसे?
– हाई सिक्योरिटी वाले एयरबेस का सुरक्षा घेरे को तोड़ने में आतंकी कैसे सफल हो गए?
– बीएसएफ की गश्त और फ्लड-लाइटिंग के बावजूद आतंकी हमारी सीमा में कैसे घुसे?
सलविंदर की किडनैपिंग को सीरियस क्यों नहीं लिया
1. ड्रग्स माफिया खत्म करने की जरूरत
संसदीय समिति ने कहा है कि बीएसएफ ने बॉर्डर में कंटीले तार लगाए हैं लेकिन आतंकवादी तो अंदर घुसने में कामयाब हुए। एजेंसियों को यह सोचने में इतना समय लगा कि पंजाब पुलिस के एसपी का अपहरण मामूली अपराध नहीं था, बल्कि घटना का संबंध आतंकियों से था। समिति ने सीमा पर सक्रिया ड्रग्स माफिया को खत्म करने की जरूरत भी बताई है।
2. एयरबेस के आसपास की सुरक्षा पुख्ता नहीं
संसदीय समित ने पाया कि पठानकोट एयरबेस की चारदीवारी के आसपास सुरक्षा पुख्ता नहीं है। बेस के आसपास जंगली घास है, जिसका फायदा आतंकवादियों को मिला। इसी कारण कॉम्बिंग ऑपरेशन में भी दिक्कत हुई। समिति ने सुझाव दिया है कि आम जनता के बेस के अंदर जाने पर रोक लगाई जानी चाहिए।
पाक जेआईटी को भारत क्यों बुलाया?
समिति ने पाक के संयुक्त जांच दल को देश में आने की अनुमति देने पर भी सवाल उठाया। कहा, ‘पाक सुरक्षा एजेंसियों की मदद के बिना हथियारों से लैस चार लोग आसानी से सीमा क्षेत्र पार नहीं कर सकते। वहां उनकी कड़ी चौकसी रहती है। फिर भी केंद्र ने उन्हें इजाजत दी। सरकार हमें इस फैसले का कारण बताए।’
सलविंदर से फिर हो पूछताछ
समिति के प्रमुख प्रदीप ने कहा, ‘यह समझ नहीं आया कि आतंकवादियों ने एसपी और उनके मित्रों को क्यों छोड दिया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी को इसकी समग्र जांच करनी चाहिए। सलविंदर से फिर पूछताछ करनी चािहए।’
सुझाव पर गंभीर : रिजीजू
गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा, ‘कमेटी ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर विचार और अमल किया जाएगा।’ उन्होंने कमेटी को दिए जवाब में कहा है कि समय-समय पर महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा का ऑडिट किया जाता है।