पढ़ाई के लिए डांटने से नाराज था नाबालिग, पिज्जा कटर-कैंची से की हत्या
ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी में मां-बेटी की हत्या के मामले में अहम खुलासा हुआ है. एक दिन पहले मां-बहन की हत्या करने वाले नाबालिग बेटे ने आज थर्रा देने वाले राज खोले हैं. मां-बेटी की हत्या के बाद से ही लापता चल रहे नाबालिग बेटे को तीन दिन बाद शुक्रवार को वाराणसी से पकड़ लिया गया था.
गौतमबुद्धनगर के SSP लव कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान लड़के ने बताया कि उसने सबसे पहले सो रही अपनी मां को बैट से मारा. फिर उनकी मौत सुनिश्चित करने के लिए उसने उनके जिस्म में घर में इस्तेमाल होने वाली कैंची घोंपी. वह इतने पर ही नहीं रुका और पिज्जा कटर से भी लाश पर कई वार किए.
इस बीच जब उसे लगा कि बहन जाग गई है तो उसने उसे भी बेरहमी से मार डाला. पुलिस का कहना है कि मां-बेटी की हत्या के बाद से ही लापता होने से नाबालिग बेटा पहले से ही शक के घेरे में आ गया था. पुलिस ने बताया कि घर से बरामद सीसीटीवी फुटेज से गुत्थी काफी हद तक सुलझ गई थी.
इन सीसीटीवी फुटेज में आरोपी बेटा आखिरी बार दिखा था. पहले रात 8 बजकर 16 मिनट पर मां और बहन के साथ बाजार से घर आते हुए लिफ्ट के अंदर दिखता है. फिर रात 11 बजकर 15 मिनट पर उसी लिफ्ट से घर से जाते हुए. लेकिन इस बार उसके कपड़े बदले हुए हैं. पीछे बैग है और हाथ में मोबाइल फोन. इन्हीं तीन घंटों के अंदर मां-बेटी की हत्या की गई.
आरोपी बेटे के हाव-भाव कत्तई इशारा नहीं कर रहे कि वह दो-दो हत्याएं करके घर से निकला है. वह आराम से लिफ्ट से निकल कर बाहर जाता है और एक गार्ड से हाथ मिलाकर गाड़ी में बैठकर निकल जाता है. न कोई डर न घबराहट न शिकन.
हालांकि पुलिस ने हत्या के पीछे किसी मोबाइल गेम की वजह होने से इनकार कर दिया और बताया कि पढ़ने के लिए लगातार हो रही टोका-टाकी से संभवतः वह नाराज रहता था और वारदात वाले दिन भी ऐसा ही हुआ था. पढ़ने को लेकर मां ने उसे डांटा था और पिटाई भी की थी.
पुलिस को आस पड़ोस और स्कूल से पूछताछ के दौरन यह भी पता चला है कि आरोपी गुस्सैल व्यवहार वाला है और छोटी छोटी बातों पर भी कई बार झगड़े कर चुका है. लेकिन क्या ये गुस्सा इतना जहरीला हो सकता है कि अपनी मां और बहन की जान ले ले, वह भी बैट से पीट-पीटकर, कैंची से गोदकर और पिज्जा कटर से काट-काट कर, कोई यकीन नहीं कर पा रहा है, न परिवार न आस पड़ोस और न ही पुलिस.
लड़के ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह घर से 1.5 लाख रुपए लेकर गया था, लेकिन रुपये ट्रेन में बैग समेत चोरी हो गए. पुलिस ने बताया कि बच्चे की उसके मोबाइल के आधार पर लास्ट लोकेशन पहाड़गंज थी. पहाड़गंज से फिर वह ट्रेन पकड़कर मुगलसराय चला गया. वहां से उसने शुक्रवार की सुबह किसी के फोन से अपने पिता को फोन किया. पिता ने फौरन पुलिस को इसकी जानकारी दी.
इसके बाद एक पुलिस टीम फौरन हवाई जहाज से वाराणसी के लिए रवाना हुई. शुक्रवार की दोपहर को बच्चे ने किसी दूसरे व्यक्ति के फोन से दोबारा अपने पिता को कॉल किया. जिस नंबर से फोन किया उस पर पुलिस ने कॉल कर फोन के मालिक को बताया कि इस लड़के की तलाश की जा रही है, उस पर नजर रखें और पुलिस को लोकेशन बताएं.
उस व्यक्ति की मदद से नोएडा पुलिस ने बच्चे को दशाश्वमेध घाट के पास घूमते हुए पकड़ लिया. उस वक्त बच्चा पूरी तरह नॉर्मल था. बच्चे के पास से पुलिस ने मृतका अंजली का मोबाइल भी बरामद कर लिया. पकड़ में आने के बाद जब पुलिस ने लड़के से पूछताछ की तो उसने अपनी मां और बहन के कत्ल की बात कबूल कर ली.
वहीं आरोपी बच्चे के पिता ने बताया कि उन्हें उनके बेटे ने मुगलसराय से फोन किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने तुरंत पुलिस को दी और पुलिस उसे ढूंढने में कामयाब रही. पत्नी-बेटी की मौत से दुखी आरोपी बच्चे के पिता ने कहा कि वह अभी ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं और बेटे से बात करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे.
गौरतलब है कि बीते मंगलवार की रात ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी टू के टावर जी के फ्लैट नंबर 1446 में लगे ताले को जब तोड़ा गया तो उसमें खून से सनी मां-बेटी की लाश मिली थी. दोनों की इस बेरहमी से हत्या की गई कि देखने वाले सन्न रह गए थे. जब ये वारदात हुई तो घर में कुल तीन लोग थे. मां, बेटी और बेटा. मगर दरवाज़ा खुला तो लाश सिर्फ मां और बेटी की मिली बेटा गायब था.
दरअसल वो फ्लैट अग्रवाल फैमिली का है. जिनका टाइल्स का कारोबार है. 4 तारीख की शाम से परिवार के लोग घर मे मौजूद मां और बच्चों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब कई घंटों तक कोई संपर्क नही हुआ तब उन्होंने घर के पास रह रहे रिश्तेरदारों से संपर्क साधा.
जब रिश्तेदार घर पहुंचे. तब फ्लैट बाहर से बंद था और न्यूज़पेपर बाहर पड़ा था. उन्होंने खिड़की तोड़ कर अंदर झांका तो उन्हें मां अंजली और बेटी की लाश नजर आई, जिसके पास पुलिस को सूचना दी गई थी.