नई दिल्ली: बाबा रामदेव ने बुधवार को संकेत दिया कि पतंजलि आयुर्वेद जल्द ही आईपीओ लाने की घोषणा कर सकती है। कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में रामदेव ने कहा कि इसी महीने वह इससे जुड़ा ‘गुड न्यूज’ देने वाले हैं। एक छोटी सी दवा कंपनी से शुरुआत करने वाली पतंजलि आयुर्वेद आज की तारीख में बहुराष्ट्रीय एफएमसीजी कंपनियों को चुनौती देने वाली स्थिति में आ गई है, क्योंकि इसने उत्पादों के कई क्षेत्रों में अपना विस्तार किया है। कंपनी का उद्देश्य तीन से पांच साल में 20 हजार करोड़ रुपये के सालाना राजस्व को हासिल करना है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2015-16 में सालाना 10 हजार करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जो वित्त वर्ष 2011-12 में महज 500 करोड़ रुपये था। पतंजलि को हालांकि, हाल के महीनों में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ा है। कमजोर वितरण नेटवर्क और जीएसटी के कारण पैदा हुए अवरोध से पांच साल में पहली बार कंपनी की आमदनी में गिरावट दर्ज की गई। मार्च 2018 में समाप्त हुए वित्त वर्ष में कंपनी का स्टैंडअलोन कंज्यूमर गुड्स रेवेन्यू 2013 के बाद पहली बार 10 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 8,148 करोड़ रुपये रहा।