मीडिया रिपोर्टों की मानें तो मामला महाराष्ट्र के मुंबई इलाके का है। मार्केटिंग कंसल्टेंट गौरव और सुप्रिया जैन की शादी को पांच साल पूरे हो चुके थे। लेकिन उन्हें औलाद का सुख नहीं मिला था। दोनों चाहते थे कि उनके घर के आंगन में भी किलकारी गूंजे, लेकिन उनकी कोशिशें कामयाब नहीं हो रही थी। इसके बाद दोनों ने फैसला किया कि वे आईवीएफ तकनीक की मदद लेंगे। इसी बीच अगस्त 2015 में एक कार हादसे में गौरव की मौत हो गई।
पति की मौत की खबर सुन सुप्रिया की जिंदगी में तूफान आ गया। वह भारी तनाव में रहने लगी। अपने दर्द को कुछ हल्का करने के लिए सुप्रिया ने ब्लॉग लिखना शुरू किया। इस ब्लॉग में भी सुप्रिया ने अपने पति की पुरानी यादें बयां की। यहां तक की सुप्रिया ने पति की मौत से एक दिन पहले की सारी बातें लिखी। सुप्रिया लिखती है ‘जिस दिन वह गया उसने अपने अगले वेंचर का लोगो फाइनल किया था। वह गांव जाने से पहले मां-पापा के घर नहीं जाता था लेकिन उस दिन वह गया।
उनके साथ थोड़ा वक्त बिताने के बाद में वह अपने भतीजे और अपने प्यारे कुत्ते से भी मिला। दोनों को खूब प्यार भी किया और जाते-जाते उसने कहा वो जल्द वापस लौटेगा और अच्छी खबर देगा। जब सुप्रिया को पति की मौत की खबर मिली तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
इसके बाद सुप्रिया ने फैसला किया कि वो अपने पति के बच्चे को जन्म देगी। इसके लिए उसने आईवीएफ की मदद से मां बनने के लिए एक मशहूर डॉक्टर से मुलाकात की। सुप्रिया मां तो बन गई लेकिन इसके लिए उसने वाकयी बेहद लंबा सफर तय किया है। दरअसल, इस हादसे से पहले आइवीएफ की प्रकिया शुरू होे चुकी थी। तब डॉक्टर ने गौरव का स्पर्म सुरक्षित रख लिया था।
लेकिन कुछ दिनों बाद गौरव की मौत हो गई। इससे सुप्रिया को गहरा सदमा पहुंचा। इसके बाद सुप्रिया ने आईवीएफ की मदद से एक बच्चे को जन्म दिया। सुप्रिया को यह खुशखबरी तब मिली जब वह बाली में थी। दरअसल, हर साल पति की मौत की पुण्यतिथि से ठीक पहले सुप्रिया बाहर चली जाती थी। इस बार जब उसे फोन गया और यह खुशखबरी मिली।