पत्नी से तलाक लेने के लिए पति ने शरीर में डाला खतरनाक वायरस
शिकायतकर्ता गृहिणी हैं वहीं उनका पति ग्लोबल अस्पताल में एक होम्योपैथिक मेडिकल प्रैक्टिशनर है। वकाड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर सतीश माने ने कहा, ‘जनवरी में जब महिला ने टेस्ट करवाए तो पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव है। उसने दावा किया कि अक्तूबर 2017 में उसके पति ने उसके शरीर में कोई ड्रिप लगाई थी। उसका दावा है कि इसमें वायरस था।’
माने ने कहा, ‘हमने उससे ब्लड टेस्ट रिपोर्ट्स मांगी हैं। हमें उम्मीद है कि यह शनिवार तक आ जाएंगी। हम यह पता लगाना चाहते हैं कि यह संक्रमण कितना पुराना है और यह किस तरह से हस्तांतरित हुआ- सेक्शुअली या फिर खून के जरिए। जब तक इस मामले में हम विशेषज्ञों की राय न ले लें तब तक हम उसके पति को गिरफ्तार नहीं कर सकते हैं।’
पुलिस ने होम्योपैथिक प्रैक्टिशनर को कुछ दस्तावेज लेकर पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा है। महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि पति का परिवार उसे अपने परिवार से पैसा मांगने पर बाध्य कर रहे हैं। हालांकि उनकी मांग बढ़ती जा रही है। जब उसने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया तो पति ने शारीरिक और मौखिक रूप से शोषण करना शुरू कर दिया। महिला का दावा है कि उससे तलाक के कागजों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए पति ने उसकी बीमारी का फायदा उठाते हुए उसके शरीर में एचआईवी का वायरस डाल दिया। पति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।