पथराव से बचने के लिए पहना प्लास्टिक स्टूल और टोकरी, हुई किरकिरी तो पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड
उन्नाव: उन्नाव में बुधवार को एक सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद ग्रामीणों ने जाम लगाकर हिंसक प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस पर पथराव भी किया गया. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिसकर्मी झौआ (बांस की बड़ी टोकरी) और प्लास्टिक का स्टूल सर पर रखकर पथराव से बचते नजर आ रहे हैं. अब इस मामले में लापरवाही बरतने पर आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को संस्पेंड कर दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सदर कोतवाली क्षेत्र के देवी खेड़ा गांव निवासी विनय और राजेश की 15 जून को एक्सयूवी कार की टक्कर से मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने घटना के दिन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर सड़क पर मुआवजे की मांग को लेकर जाम लगाया. एसडीएम ने किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया. बुधवार को मृतकों के परिजनों ने दोबारा उन्नाव शुक्लागंज मार्ग पर शवों को रखकर जाम लगा दिया. भीड़ को समझाने गई पुलिस जवानों पर पथराव किया. पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए.
वायरल हुआ वीडियो
वहीं, एक वीडियो में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस कर्मियों ने बचाव के लिए लकड़ी के झौआ और प्लास्टिक के स्टूल को सिर पर रखा हुआ था. इन तस्वीरों के वायरल होते ही हड़कंप मच गया. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने फोटो को ट्वीट कर यूपी पुलिस की सुरक्षा संसाधनों पर सवाल खड़ा किया.
पुलिसकर्मियों के खिलाफ हुई कार्रवाई
आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने तत्काल प्रभाव से सदर कोतवाली निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा, मगरवारा चौकी इंचार्ज अखिलेश को सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा बॉडी प्रोटेक्टर न पहनकर पुलिस की किरकिरी कराने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर सस्पेंड किया गया. सीओ से मामले में स्पष्टीकरण तलब किया गया है. पूरे मामले की जांच एएसपी रायबरेली को सौंपी गई है.
एसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया कि मामले में 100 नामजद व 250 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, 43 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.