जीवनशैली

पथरी हो या फिर बवासीर, इन समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद है ये योगासन

आज हम आपको एक ऐसे टिप्स के बताएंगे जिसे जानकर आप अपनी कई तरह की बीमारियों से निजात पा सकते हैं। जी हां- हम सभी जानते हैं कि योग करना शरीर के लिए कितना जरूरी है। पूरी दुनिया योग कर खुद को स्वस्थ रखती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह से आप खुद को स्वस्थ्य रख सकते हैं। 

पश्चिमोत्तानासन क्या है-
पश्चिमोत्तानासन एक प्रकार का योगासन है, जिसे नियमित रूप से करने से सेहत को काफी फायदे मिलते हैं। पश्चिमोत्तानासन दो शब्दों से मिलकर बना है: 1- पश्चिम और 2- उत्तान, इसमें पश्चिम का मतलब है पीछे और उत्तान का मतलब होता है तानना। यानी अपने शरीर को पीछे की तरफ तानते हुए योगासन करना पश्चिमोत्तानासन कहलाता है।

– इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर बैठ जाएं। 
-इसके बाद दोनों पैरों को सामने फैलाएं। 
-इस दौरान आप पीठ की मांसपेशियां को ठीला छोड़ दें। 
सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर लेकर जाएं और फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। 
इस दौरान धीरे-धीरे सांस लें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।

-इसके बाद वापस सामान्य अवस्था में लेट जाएं। 
-इस आसन को शुरूआत में तीन से पांच बार कर सकती हैं। 
-इस आसन को करते समय कभी भी झटके से करने का प्रयास करें और न ही जल्दबाजी करें। इस आसन को हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए। 

 

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