पलवल के हथीन और पुन्हाना गांवों में सूखे के हालात, पशु बेचने को मजबूर हो रहे किसान
एजेंसी/ देश में बड़े पैमाने पर सूखे के हालात को लेकर केंद्र और हरियाणा सरकार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा फटकार लगाए जाने के बाद भी पलवल और आसपास के जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं. आलम ये है कि हथिन और पुन्हाना के तालाबों और रजवाहों में किसान अपने पशुओं बेचने पर मजबूर हो रहे हैं. एक तो भीषण गर्मी ऊपर से पानी की कमी से हथीन और पुन्हाना में इंसान और पशु-पक्षी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं.
क्षेत्र में पानी की पूर्ति के लिए लोगों ने मजबूरन टैंकर खरीदना शुरू कर दिया है. बावजूद इसके पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है.
इलाके के ज्यादातर रजवाहे और तालाब या तो सूख चुके है या फिर सूखने के कगार पर हैं. जिसके चलते किसानों के सामने अब अपने पशुओं को बचाने की बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है.
गौरतलब है कि इलाके की अधिकांश खेती नहरों और रजवाहों के ऊपर आश्रित है. लेकिन किसानों के खेतों में पानी नहीं होने से कई-कई किलोमीटर तक भी हरियाली नहीं दिखती.
मजबूर महिलाएं सुदूर कुओं से पानी भरकर ला रही हैं. दूसरी ओर किसानों की समस्या ये है कि पानी नहीं होने की वजह से फसलों में बीमारियां घर करने के साथ ही खेती की ज़मीन में भी दरार पड़ने लगी है.
गांव के हालात वाकई चिंताजनक है. एक ओर हरियाणा सरकार प्रदेश में सूखे के हालात से इनकार कर रही है तो वहीं दूसरी ओर हथिन और पुन्हाना जैसे गांवों के हालात हैं जो सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं.