उत्तर प्रदेशराष्ट्रीय

पशु लदे ट्रक ने एक परिवार के 7 लोगों को रौंदा, सभी की मौत, मचा कोहराम

इलिया (चंदौली)। उत्तर प्रदेश के चंदौली (Chandauli) में इलिया थाना क्षेत्र के माल्दह गांव में मंगलवार की अलसुबह लगभग पांच बजे मवेशी लदे डीसीएम ने सड़क किनारे मड़ई में सो रहे एक परिवार के सात लोगों को रौंद दिया। हादसे में परिवार के मुखिया के अलावा दो महिला, तीन बच्चे समेत सात लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद ग्रामीणों में कोहराम मच गया। डीसीएम को छोड़कर चालक व पशु तस्कर पैदल ही भाग निकले। घटनास्थल पर डीएम, एसपी समेत कई थाने की पुलिस फोर्स पहुंच गई।  एसपी ने इलिया थानाध्यक्ष व एसएसआई को निलंबित व चकिया प्रभारी कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया। डीएम ने मृतक परिवार को पांच लाख मुआवजा व पट्टे पर जमीन देने की घोषणा की है। हादसे के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया। पुलिस पर पशु तस्कर में संलिप्त होने का आरोप भी लगाया।

बिहार बार्डर (bihar border) से आधा किमी पहले माल्दह गांव निवासी 65 वर्षीय कल्लू मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। भूमिहीन होने से पूरा परिवार सड़क किनारे मड़ई में ही रहता था। कल्लू का छोटा बेटा 18 वर्षीय मुनीब अहमदाबाद गुजरात में एक फैक्ट्री में काम करता है। सोमवार की रात खाना खाने के बाद मड़ई में कल्लू राम, उसकी पत्नी 60 वर्षीया श्यामा देवी, पुत्र 32 वर्षीय रामकिशुन, उसकी पत्नी 28 वर्षीया सुहागिन के अलावा बच्चे 10 वर्षीया निशा, 8 वर्षीय गोलू, 6 वर्षीया मुन्नी व 4 वर्षीय मोलू सो रहे थे। इधर, मालवाहक डीसीएम में लगभग दो दर्जन मवेशी लादकर तस्कर बिहार ले जा रहे थे। पशु तस्करों का डायल 100 पुलिस टीम पीछा करने लगी। पुलिस टीम को पीछे आते देख माल्दह गांव के समीप अचानक डीसीएम अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खंभे को टक्कर मारते हुए कल्लू की मड़ई में घुस गई। डीसीएम मड़ई में सो रहे परिवार के सभी सातों सदस्यों को रौंदते हुए खेत में फंस गई। हादसे के बाद ग्रामीणों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों के पहुंचने से पहले डीसीएम चालक व पशु तस्कर पैदल ही भाग निकले।

सेना के बेड़े में शामिल होंगी धनुष और सारंग, जानें इनकी खासियतें
घटना की जानकारी होने पर एसडीएम चकिया दिप्तीदेव यादव, सीओ कुंवर प्रभात सिंह व थानाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप सिंह पहुंच गए। हालांकि ग्रामीणों के हंगामे व विरोध की वजह से अधिकारियों व पुलिस को पीछे हटना पड़ा। लगभग एक घंटे बाद डीएम नवनीत सिंह चहल, एसपी संतोष सिंह के अलावा इलिया, चकिया, शहाबगंज, नौगढ़ बबुरी व सैयदराजा थाने की फोर्स पहंुच गई। हंगामारत ग्रामीण घटनास्थल पर मुख्यमंत्री को बुलाने, मृतक आश्रित परिवार के बेटे को सरकारी नौकरी दिलाने व मुआवजा और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। डीएम व एसपी ने घंटों समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों को शांत कराया। डीएम ने भूमिहीन मृतक आश्रित परिवार के बेटे को पट्टे पर जमीन व पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से भी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।

एसपी ने निलंबन की कार्रवाई
पशु तस्करों के क्रूरता के शिकार एक ही परिवार के सात लोगों की मौत से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। भले की पुलिस तस्करों का पीछा करने का दावा कर रही है। लेकिन ग्रामीणों ने डायल 100 पुलिस पर तस्करों को प्रदेश की सीमा पार कराने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि पुलिस टीम पीछा कर रही थी, तो हादसे के बाद चालक व तस्कर फरार कैसे हो गए। एसपी संतोष सिंह ने इलिया थानाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप सिंह व एसएसआई अशोक यादव को निलंबित कर दिया। चकिया प्रभारी कोतवाल घनश्याममणि मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया। इसके अलावा सीओ चकिया कुंवर प्रभात सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएसपी को रिपोर्ट भेजने की बात कही। डायल 100 पुलिस टीम और इलिया थाने के कारखास वीरेंद्र सिंह के खिलाफ जांचोपरांत निलंबित की कार्रवाई का आश्वासन दिया।

Related Articles

Back to top button