पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले में करीब एक हफ्ते से सांप्रदायिक तनाव की स्थिति है, जिसपर जमकर राजनीति भी हो रही है। बीजेपी जहां ममता सरकार पर हिंसा रोकने में नाकामी का आरोप लगा रही है वहीं ममता बीजेपी पर हिंसा भड़काने की कोशिश का आरोप लगा रही हैं। इस बीच बीजेपी की एक नेता पर किसी दूसरे जगह की तस्वीर को पश्चिम बंगाल की बताकर सोशल मीडिया पर शेयर करने और सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगा है।
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बीजेपी नेता नूपुर शर्मा ने शनिवार को एक ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट कर लोगों से पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की थी। शर्मा ने जिस तस्वीर को पोस्ट किया था उस पर लिखा था कि पश्चिम बंगाल में शांति और गरिमा का हर मोर्चे पर क्षरण हुआ है। तस्वीर में एक गाड़ी को जलते हुए दिखाया गया है और उसके आस-पास दंगाइयों की भीड़ दिख रही है। शर्मा के ट्वीट के बाद बड़ी संख्या में ट्विटर यूजर्स ने उन पर गलत तस्वीर के माध्यम से नफरत भड़काने का आरोप लगाया।
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संगीतकार विशाल डडलानी ने भी नूपुर शर्मा के ट्वीट पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने लिखा, ‘2002 के गुजरात दंगे की तस्वीरों का इस्तेमाल बंगाल में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए हो रहा है। इस अकाउंट की रिपोर्ट क्यों नहीं की गई/अकाउंट को बंद क्यों नहीं किया गया है।’
नूपुर शर्मा ने जो तस्वीर पोस्ट की, वह तस्वीर पुरानी है। ट्विटर यूजर्स के मुताबिक यह 2002 के गुजरात दंगों के वक्त की तस्वीर है। गूगल पर गुजरात दंगा या Gujrat Riots सर्च करने पर वह तस्वीर ऊपर ही दिख रही है जिसे शर्मा ने बंगाल का बताते हुए ट्वीट किया है। इतना तो तय है कि नूपुर शर्मा ने जिस तस्वीर को ट्वीट किया, वह पुरानी है। हालांकि यह 2002 के गुजरात दंगों की ही है, यह पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता। नूपुर शर्मा दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं। 2015 में वह नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं।अभी वह दिल्ली बीजेपी की प्रवक्ता हैं।