शादी के कई साल बाद हुआ था पुनीत
पुलिस ने छानबीन के दौरान आरोपी और उसके रिश्तेदारों से पूछताछ की। पता चला कि विनोद की शादी वर्ष 1997 में हुई थी। कई साल तक कोई औलाद नहीं होने की वजह से दंपति तनाव में थे। बच्चे के लिए पति-पत्नी ने वैष्णो देवी जाकर मन्नत मांगी। इतना ही नहीं स्वर्ण मंदिर सहित अन्य मंदिरों में जाकर दुआएं मांगी। छह साल पहले उनके घर किलकारी गूंजी। लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन नहीं रही।
पत्नी की तबियत बिगड़ने लगी। जांच करवाने पर पता चला कि उसे कैंसर है। इससे विनोद पूरी तरह से टूट गया। उसने पत्नी के इलाज में अपनी सारी जमापूंजी खर्च कर दी, लेकिन वह बच नहीं पाई। बेटे की हत्या के बाद उसके चेहरे पर कोई पछतावा नहीं था। उसने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से वह अपने बेटे का पालन पोषण नहीं कर पा रहा था।