पांच ऐसी बातें जो हर मां जरूर कहती है और बेटी कतई सुनना नहीं चाहती…
दस्तक टाइम्स एजेंसी/मां और बेटी का रिश्ता इस दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक है। कहते हैं न हर बेटी अपनी मां की परछाई होती है… लेकिन फिर इस परछाई को मां की कई बातें कतई पसंद नहीं होती। भले ही आने वाले जीवन में अनुभवों से वह सीखे कि मां सही कहा करती थी…
‘क्योंकि मां भी कभी बेटी थी..’ फिर भी वह ये समझे बिना कि कुछ बातें बेटी को सुनना पसंद नहीं, बार-बार उन्हें दोहराती है। तो अब बात को ज्यादा लम्बा न करते हुए आपको बताते हैं वो पांच बातें, जो हर मां बेटी को जरूर कहती है और हर बेटी उन्हें सुनना नहीं चाहती…
1. घर जल्दी आना
जब भी आप घर से निकती हैं, तो पीछे से मां की ये आवाज तो जरूर आती होगी… ‘घर जल्दी आना’ या ‘ टाइम से वापस आना’। और यकीनन आप इस बात से चीढ़ उठती होंगी। पर जरा सोचिए कोई और आपसे यह बात क्यों नहीं कहता। शायद इतनी चिंता या आपके वापस आने का इंतजार सबसे ज्यादा मां को ही होता है। तो इस बार जब वो आपसे कहें कि जल्दी आना तो उन्हें झप्पी देकर कहें ‘ जरूर मां’।
2. अब रख भी दो इस फोन को
यकीन है मुझे, आपको सबसे ज्यादा गुस्सा इसी बात पर आता होगा, जब मां कहती होगी ”अब रख भी दो इस फोन को, जब से आई हो इसी में घुसी हुई हो…” हो सकता है मां कभी ये भी कह दे ”आग लगा दो इस फोन को”। और उनकी ये बात सुनकर अक्सर बेटियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। वे चाहती हैं कि मां इस बात को समझे कि आप अपने दोस्तों से बात कर रही हैं या कोई वीडियो देख रही हैं… तो अगली बार जब मां ऐसा कहें, तो उन्हें अपने व्हट्सऐप मेसेज पढ़कर सुनाना शुरू कर दें या जो मजेदार वीडियो आप देख रही हैं उन्हें भी दिखाएं। फिर देखिए मां आपको कहेंगी- ‘ अरे कोई नया वीडियो आया है तो दिखाओ ने’।
3. तुम्हारा ये दोस्त मुझे ठीक नहीं लगता
जब बच्चे बड़े होते हैं, तो मां-बाबा की चिंताएं भी बड़ी होने लगती हैं। वे बच्चे की हर हरकत पर नजर रखना शुरू कर देते हैं। उनके दोस्त कैसे हैं, वे क्या और किस तरह के खेल खेलते हैं या बातें करते हैं वगैरह-वगैहर। ऐसे में कई बार उन्हें बच्चों का कोई दोस्त अच्छी या अच्छा नहीं लगता तो वे बच्चों को उससे दूर रहने के लिए कह देते हैं। ऐसे में ये फैसला कि दोस्त को छोड़ना है या नहीं पूरी तरह से आपके विवेक पर निर्भर करता है।
4. कुछ काम सीख लो अलगे घर जाना है
सोचिए आप दोपहर में कॉलेज से लौटीं, शाम तक आपने टीवी देखा और फिर शाम के समय आप सोने जा रही हैं… पक्का पीछे से एक आवाज आएगी, ‘ अरे इस पहर नहीं सोते’ और आप मन मसोड़ कर उठ जाती हैं। मां का काम यहीं खत्म नहीं होता, वो आपसे ये पक्का कहेंगी कि चलो शाम के काम में हाथ बंटाओ ‘ कुछ काम सीख लो अगले घर जाना है तुम्हे…’। और फिर क्या, आप की शाम हो जाती है काम के नाम…
5. जब तुम मां बनोगी तब अक्ल आएगी
मां और बेटी का रिश्ता एक बेहद ही खूबसूरत रिश्ता है। और हर खूबसूरत रिश्ते की तरह इसमें भी नौंक-झौंक होती ही रहती है। ऐसे में अगर बेटी मां की भावनाओं को समझे बिना अगर कुछ कह दे तो बस… मां ये कहने से नहीं चूकतीं कि जब तुम मां बनोगी तब अक्ल आएगी… बस यहीं आकर आपके सारे जवाब खत्म हो जाते हैं…